
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद शमी के रोजा ना रखने पर बवाल मच गया है। उन्हें मंगलवार को दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले के दौरान एनर्जी ड्रिंक पीते हुए देखा गया। यह मैच रमजान के पवित्र महीने में खेला जा रहा था। 34 साल शमी को ड्रिंक पीते देख, मौलाना बरेलवी ने उन्हें रोजा ना रखने के लिए ‘अपराधी’ करार दिया। इसके बाद कांग्रेस नेता शमा मोहम्मद ने शमी का बचाव किया।
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा को मोटा और अप्रभावी कप्तान बताकर शमा मोहम्मद चर्चा में आई थी। अब शमी के बचाव में उन्होंने एएनआई से कहा, ‘इस्लाम में रमजान के दौरान एक बहुत ही महत्वपूर्ण बात है। जब हम यात्रा कर रहे होते हैं, तो हमें रोजा रखने की आवश्यकता नहीं होती है। इसलिए मोहम्मद शमी यात्रा कर रहे हैं और वह अपने घर पर नहीं हैं। वह एक ऐसा खेल खेल रहे हैं जहां उन्हें बहुत प्यास लग सकती है। कोई भी इस बात पर जोर नहीं देता कि जब आप खेल खेल रहे हों, तो आपको रोजा रखना ही होगा। यह आपके कर्म हैं जो बहुत महत्वपूर्ण हैं।’
इससे पहले मौलाना बरेलवी ने कहा था, ‘रोजा ना रखकर उसने (मोहम्मद शमी) एक अपराध किया है। उसे ऐसा नहीं करना चाहिए था। शरियत की नजर में, वह एक अपराधी है। उसे जवाब देना होगा। अनिवार्य कर्तव्यों में से एक ‘रोजा’ है, अगर कोई स्वस्थ पुरुष या महिला रोजा नहीं रखता है, तो वे एक बड़े अपराधी होंगे। भारत की एक प्रसिद्ध क्रिकेट हस्ती, मोहम्मद शमी ने एक मैच के दौरान पानी या कोई अन्य पेय पदार्थ लिया।’