सेंसेक्स इंडेक्स 450 अंक से अधिक नीचे गिरा

नई दिल्ली। वर्ष 2024 के अंतिम दिन, 31 दिसंबर, शेयर बाजार के लिए बड़ी परेशानियों का कारण बना। इस दिन की शुरुआत ही शेयर बाजार के लिए नकारात्मक रही। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स इंडेक्स खुलते ही 450 अंक से अधिक गिर गया। इस गिरावट के कारण निवेशकों में चिंता और असमंजस का माहौल बना रहा। इस समय, कई निवेशक बाजार की स्थिति को लेकर सतर्क और चिंतित हैं, क्योंकि साल के अंत में ऐसी गिरावट आर्थिक अनिश्चितताओं का संकेत हो सकती है।

वहीं सेंसेक्स के अलावा निफ्टी 50 100 से अधिक अंक नीचे गिर गया है। ये 100 अंक नीचे कारोबार कर रहा है। बाजार की गिरावट के बाद बीएसई सेंसेक्स के 30 में से 26 शेयर नीचे गिरकर कारोबार कर रहे है। वर्ष 2024 के अंतिम दिन मंगलवार को जैसे ही बीएसई सेंसेक्स खुला ये नीचे गिर गया। बाजार खुलने पर ये 77,982.57 के लेवल पर ओपन हुआ था, जबकि इससे पहले सेंसेक्स सोमवार को 78,248.13 के लेवल पर बंद हुआ था। 

बता दें कि शुरुआती कारोबार में ही ये 450 अंक से ज्यादा फिसलकर 77,779.99 के स्तर पर पहुंच गया था। वहीं निफ्टी 50 भी गिरावट के साथ ही कारोबार करता दिखा। निफ्टी 50 मंगलवार को सोमवार को 23,644.90 के लेवल पर बंद होने के बाद मंगलवार को टूटा और 23,560 के स्तर पर ओपन हुआ। गिरावट का ये दौर थमा नहीं बल्कि बाद में और भी बढ़ा। इस कारण निफ्टी 50 100 से अधिक नीचे गिर गया।

बड़ी कंपनियों के शेयर भी हुए धड़ाम

शेयर बाजार में मंगलवार को कारोबार शुरू होने पर गौतम अडानी की कंपनी अडानी पोर्ट्स के शेयर भी टूटे है। जिन कंपनियों के शेयर टूटे हैं उसमें मुकेश अंबानी की रिलायंस से लेकर टाटा ग्रुप की टीसीएस भी शामिल है। इस दौरान सबसे अधिक शेयर टेक महिंद्रा के गिरे है (2.27%)। इसके अलावा इंफी शेयर (1.94%) टूटा है। TCS Share (1.83%) और Zomato Share (1.70%) के शेयर भी लाल निशान पर ट्रेड कर रहे थे। 

मिडकैप कैटेगरी में शामिल कंपनियों में AWL Share (7.28%), गोदरेज इंडिया शेयर (4.70%), एयू बैंक शेयर (4.46%) भी नीचे कारोबार कर रहे है। स्मॉल कैप कैटेगरी में सबसे अधिक शेयर ईज माई ट्रिप का गिरा है। इसके शेयर में 9.44 फीसदी की गिरावट आई है।

यह गिरावट वैश्विक बाजारों, घरेलू आर्थिक आंकड़ों और निवेशकों की भविष्यवाणी पर निर्भर हो सकती है। हालांकि, इसे एक संक्षिप्त और अस्थायी उतार-चढ़ाव माना जा सकता है, लेकिन यह दर्शाता है कि शेयर बाजार के निवेशकों को सतर्कता बरतने की जरूरत है, खासकर जब साल का अंत हो।

Related Articles

Back to top button