
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में कांग्रेस पर डॉ. बी.आर. अंबेडकर का अपमान करने और दलित व वंचित समुदायों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया। योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस पर यह आरोप लगाया कि उसने अंबेडकर की चुनावी हार की साजिश रची और उनके सम्मान में कोई ठोस कदम नहीं उठाए, जैसे कि उनके लिए स्मारक स्थापित करने में विफल रही।
मुख्यमंत्री ने भाजपा सरकार के द्वारा डॉ. अंबेडकर की विरासत को सम्मान देने के प्रयासों पर जोर दिया। उन्होंने भाजपा द्वारा अंबेडकर के जीवन से जुड़े पांच महत्वपूर्ण स्थलों को ‘पंचतीर्थ’ के रूप में विकसित करने की बात की, जो डॉ. अंबेडकर के योगदान और उनके द्वारा किए गए संघर्ष को स्मरण करने के लिए महत्वपूर्ण हैं। यह प्रयास डॉ. अंबेडकर की समाज में महत्वपूर्ण भूमिका को सम्मानित करने के लिए किए गए हैं और भाजपा सरकार इसे विशेष महत्व देती है।
योगी आदित्यनाथ का यह बयान कांग्रेस के खिलाफ एक सख्त राजनीतिक हमला था, जिसमें उन्होंने कांग्रेस के अंबेडकर के प्रति कथित उदासीनता पर सवाल उठाए और भाजपा के प्रयासों की सराहना की। इस बयान से राज्य में सत्ताधारी दल और विपक्ष के बीच तना-तनी और बढ़ सकती है, क्योंकि डॉ. अंबेडकर भारतीय राजनीति और समाज में एक महत्वपूर्ण प्रतीक हैं, और उनके सम्मान को लेकर कोई भी बयान या कदम राजनीतिक चर्चा का कारण बनता है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर गंभीर आरोप लगाए, जिसमें उन्होंने कहा कि ये दल समय-समय पर डॉ. भीमराव अंबेडकर का असंवैधानिक और अनैतिक अपमान कर रहे हैं। योगी ने यह भी कहा कि डॉ. अंबेडकर ने देश की आजादी और भारतीय संविधान के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया और उनके प्रति हर भारतीय के मन में श्रद्धा और सम्मान की भावना है।
मुख्यमंत्री ने भारतीय जनता पार्टी की ओर से डॉ. अंबेडकर के योगदान को सम्मानित करने की बात की और कहा कि भाजपा ने अंबेडकर के सपनों का देश बनाने के लिए काम किया है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भाजपा ने डॉ. अंबेडकर को हमेशा सम्मान दिया है और उनकी सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक धरोहर को संजोने के लिए कई कदम उठाए हैं। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस का उद्देश्य कांग्रेस और विपक्षी दलों के उन कदमों को उजागर करना था, जिनसे अंबेडकर का अपमान हुआ है, और भाजपा के पक्ष में यह तर्क रखना था कि उनकी सरकार ने हमेशा अंबेडकर की विचारधारा और उनके कार्यों का सम्मान किया है।
सीएम ने यह भी दावा किया कि कांग्रेस ने आपातकाल के दौरान संविधान की प्रस्तावना में संशोधन किया, जिसमें ‘धर्मनिरपेक्ष’ और ‘समाजवादी’ जैसे शब्द जोड़े गए, जिनके बारे में उनका तर्क है कि ये अंबेडकर की मूल दृष्टि का हिस्सा नहीं थे। इसके अलावा, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भाजपा ने लगातार दलितों और हाशिए पर रहने वाले समुदायों के उत्थान के लिए काम किया है, जबकि यह कांग्रेस की उपेक्षा और तुष्टिकरण की राजनीति के कथित इतिहास से अलग है।