समाजवादी पार्टी ‘समाप्तवादी पार्टी’ बनने जा रही: मौर्य

उत्तर प्रदेश के उपचुनावों में भाजपा का प्रदर्शन काफी मजबूत दिखाई दे रहा है, जहां वह 6 सीटों पर आगे चल रही है। इसके अलावा, उसके सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) एक सीट पर बढ़त बनाए हुए हैं। इस परिणाम से भाजपा को स्पष्ट रूप से राहत मिल रही है, खासकर जब कुछ महत्वपूर्ण सीटों जैसे कि कुंदरकी और मीरापुर पर उसकी बढ़त बनी हुई है।

उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव पर यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा ने कहा कि अखिलेश यादव की PDA फर्जी है। यह ‘परिवार विकास एजेंसी’ है। उनकी असलियत लोगों के सामने आ गई है। लोकसभा में उन्होंने जो झूठ और छल का प्रचार किया, वह अब काम नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी ‘समाप्तवादी पार्टी’ बनने जा रही है। 2024 का यह विधानसभा उपचुनाव सपा जैसी पार्टी के अंत का संकेत है।

कुंदरकी सीट मुस्लिम बहुल है, और यहां भाजपा के उम्मीदवार लगभग 34 हजार वोटों से आगे चल रहे हैं, जो पार्टी के लिए एक बड़ा संकेत हो सकता है। इस सीट पर सपा को बड़ा झटका लग सकता है, जो इस समय भाजपा के मुकाबले पिछड़ रही है। वहीं, गाजियाबाद और फूलपुर जैसी सीटों पर भी भाजपा का कब्जा मजबूत नजर आ रहा है, जो उसके राष्ट्रीय स्तर पर उठते प्रभाव का इशारा कर रहा है।

इसके विपरीत, समाजवादी पार्टी (सपा) को करहल और सीमामऊ जैसी अपनी पारंपरिक सीटों पर बढ़त बनती हुई दिखाई दे रही है, जो उनके गढ़ माने जाते हैं। इससे यह भी साबित होता है कि सपा कुछ क्षेत्रों में अभी भी मजबूत है, खासकर मुलायम परिवार की विरासत वाले इलाकों में।

उपचुनाव वाले नौ विधानसभा क्षेत्रों में कुल 90 प्रत्याशी मैदान में हैं, जिनमें 11 महिला प्रत्याशी हैं। सीसामऊ में सबसे कम 20 और कुंदरकी, करहल, फूलपुर और मझवां में सबसे अधिक 32 दौर में मतगणना पूरी होगी। मतगणना स्थल की सुरक्षा के लिए त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। मतगणना उत्तर प्रदेश के नौ जिलों मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद, गाजियाबाद, अलीगढ़, मैनपुरी, कानपुर नगर, प्रयागराज, आंबेडकर नगर एवं मिर्जापुर में जारी है।

निर्वाचन आयोग ने मतगणना के लिए नौ प्रेक्षक तैनात किए हैं। आधिकारिक जानकारी के अनुसार, समस्त मतगणना सीसीटीवी की निगरानी में की जा रही है। मतगणना सुचारू रूप से कराने के लिए पर्याप्त संख्या में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती भी की गयी है। इस उपचुनाव के परिणामों से यह साफ हो रहा है कि राज्य में सियासी गतिशीलता जारी है और भाजपा अपने दबदबे को बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।

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