संतान को लंबी आयु के लिए मनाते हैं सकट चतुर्थी

भगवान गणेश की पूजा विशेष रूप से चतुर्थी तिथि को की जाती है, जो हर माह कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाई जाती है। यह दिन भगवान गणेश की उपासना का बहुत ही पवित्र और शुभ दिन माना जाता है। इस दिन विशेष रूप से विधिवत रूप से पूजा करके भक्त अपने जीवन में आ रहे विघ्नों को दूर करने का प्रयास करते हैं। गणेश जी को विघ्नहर्ता कहा जाता है, जो जीवन के सभी कठिनाइयों और समस्याओं को नष्ट करते हैं और सुख-शांति प्रदान करते हैं।

सकट चौथ (Sakat Chauth) एक प्रमुख हिंदू पर्व है, जो विशेष रूप से महाराष्ट्र, उत्तर भारत, और मध्य भारत में मनाया जाता है। यह पर्व भगवान गणेश की पूजा से जुड़ा हुआ है और इसे माघ मास की चतुर्थी भी कहा जाता है। यह दिन विशेष रूप से गणेश जी के भक्तों द्वारा श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है।

हिंदू पंचांग के अनुसार, माघ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन सकट चौथ का त्योहार बेहद उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह त्योहार श्री गणेश को समर्पित है। धार्मिक मान्यता है कि सच्चे मन से सकट चौथ व्रत को करने भगवान गणेश जी प्रसन्न होते हैं। इस दिन पूजा के दौरान व्रत कथा का पाठ जरुर करना चाहिए। इससे परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है, साथ ही संतान को लंबी आयु का वरदान प्राप्त होता है। बच्चों के जीवन में चल रही तमाम परेशानियां दूर होता है। 

हिंदू पंचांग, माघ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि की शुरुआत 17 जनवरी को सबुह 04 बजकर 06 मिनट पर हो रही है। इस तिथि का समापन 18 जनवरी को सुबह 05 बजकर 30 मिनट पर होगा। इसलिए 17 जनवरी को सकट चौथ का पर्व मनाया जाएगा।

सकट चौथ का महत्व खासकर गणेश जी की पूजा से है, जिसमें महिलाएं विशेष रूप से उपवास रखती हैं और भगवान गणेश से अपने परिवार की सुख-समृद्धि और स्वास्थ्य की कामना करती हैं। यह पर्व गणेश जी की कृपा प्राप्त करने के लिए और जीवन में आने वाली कठिनाइयों को दूर करने के लिए मनाया जाता है।

सकट चौथ के महत्व के बारे में एक कथा:

एक पुरानी कथा के अनुसार, एक समय एक गरीब महिला भगवान गणेश की उपासना करती थी और हर साल सकट चौथ का व्रत रखती थी। उसकी निष्ठा और भक्ति देखकर गणेश जी ने उसे आशीर्वाद दिया और उसके घर में सुख-शांति और समृद्धि का वास किया। यह कथा बताती है कि भगवान गणेश अपने भक्तों की भक्ति से प्रसन्न होकर उनके सभी दुखों और कष्टों को दूर करते हैं।

सकट चौथ विशेष रूप से भगवान गणेश की पूजा और उपवास के माध्यम से भक्तों को जीवन में सुख, समृद्धि और समस्याओं से मुक्ति दिलाने का अवसर प्रदान करता है। इस दिन की पूजा से परिवार में शांति और समृद्धि आती है और गणेश जी की कृपा से भक्तों के सभी विघ्न दूर हो जाते हैं।

Related Articles

Back to top button