शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। केके पाठक का इस्तीफा पत्र सामने आया है, जिसमें लिखा है, ‘मैं केके पाठक अपर मुख्य सचिव, शिक्षा विभाग, बिहार के पद के प्रभार से स्वत: इस्तीफा देता हूं।’ इस्तीफा देने से पहले केके पाठक सात दिनों की लंबी छुट्टी पर चले गए थे। वह 16 जनवरी तक छुट्टी पर थे। इसी बीच मंगलवार को वह अचानक अपने कार्यालय पहुंचे और विभागीय बैठक में शामिल हुए।
इस मुलाकात के बाद उन्होंने अपने विभाग और सामान्य प्रशासन विभाग को पद छोड़ने को लेकर पत्र लिखा. कहा जा रहा है कि सरकार ने अभी तक केके पाठक को पद छोड़ने की मंजूरी नहीं दी है। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने अचानक सात दिनों की छुट्टी ले ली, जिससे कई तरह के कयास लगाये जा रहे थे। इनमें से एक अटकलें उनके पद छोड़ने को लेकर भी थीं। कहा जा रहा था कि उन पर पद छोड़ने का दबाव था इसलिए वह छुट्टी पर चले गये हैं।
नीतीश के खास अफसरों में शुमार केके पाठक की गिनती राज्य के कड़क अफसरों में होती है। शिक्षा विभाग से पहले केके पाठक ने बिहार सरकार के कई विभागों में काम किया। शिक्षा विभाग में किये गये कुछ सुधारों को लेकर भी केके पाठक की आलोचना होती रही है। केके पाठक को कड़क मिजाज वाला अफसर माना जाता है। शिक्षा विभाग में कई सुधारो को लेकर भी उनके चर्चाएं होती है। हालांकि, यह बात भी सही है कि कई बार पाठक के फैसलों को लेकर आलोचनाएं भी हुई है। केके पाठक लगातार चर्चाओं में रहने वाले अफसर में रहे हैं।