रेड्डी ने नायडू पर लगाया आरोप

हैदराबाद। तेलंगाना वाईएसआरसीपी प्रमुख वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने हाल ही में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू पर आरोप लगाया है कि सुपर सिक्स योजना को विफल करने के लिए वे जिम्मेदार हैं। रेड्डी का आरोप है कि नायडू की नेतृत्व में सुपर सिक्स योजना, जो की राज्य के आर्थिक और विकासात्मक मुद्दों को संबोधित करने के लिए बनाई गई थी, सही तरीके से लागू नहीं हो पाई। उन्होंने यह भी कहा कि नायडू के निर्णयों और कार्यों के कारण इस महत्वपूर्ण योजना का लक्ष्य हासिल नहीं हो सका।

सुपर सिक्स योजनाओं में 19 से 59 वर्ष की आयु वर्ग की प्रत्येक महिला को 1,500 रुपये मासिक पेंशन, युवाओं के लिए 20 लाख नौकरियां या 3,000 रुपये मासिक बेरोजगारी सहायता और महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा शामिल है। पूर्व मुख्यमंत्री ने ‘तल्लिकी वंदनम’ योजना को पूरा नहीं करने के लिए नायडू की आलोचना की, जिसमें स्कूल जाने वाले प्रत्येक बच्चे को सालाना 15,000 रुपये देने का वादा किया गया था। एक्स पर एक लंबी पोस्ट में रेड्डी ने कहा कि चंद्रबाबू नायडू ने लोगों से जो वादे (चुनाव) किए हैं, उनके प्रति यह कैसी लापरवाही है?

आपके घोषणापत्र के वादों को पूरा करने में यह कैसी लापरवाही है? उन्होंने कहा कि आपने सत्ता में आने पर प्रति वर्ष प्रति बच्चे को 15,000 रुपये देने का वादा किया था…लेकिन बाद में कैबिनेट (बैठक) में निर्णय लिया गया कि इसे इस वर्ष नहीं बढ़ाया जाएगा। 2024 के चुनावों के लिए, रेड्डी ने याद दिलाया कि टीडीपी के नेतृत्व वाले गठबंधन ने एक घर के सभी योग्य बच्चों के लिए ‘ताल्लिकी वंदनम’ योजना सहित बड़े वादे किए थे, लेकिन इसे पूरा करने में विफल रहे।

हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री के पार्थसारथी ने कहा कि ‘ताल्लिकी वंदनम’ अगले शैक्षणिक वर्ष, 2025-26 से लागू किया जाएगा। वाईएसआरसीपी शासन की प्रमुख ‘अम्मा वोडी’ पहल के साथ ‘तल्लीकी वंदनम’ योजना की तुलना करते हुए, रेड्डी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि उनकी सरकार ने 2019 और 2024 के बीच 44.48 लाख माताओं और 84 लाख बच्चों को लाभान्वित करने के लिए 26,067 करोड़ रुपये वितरित किए थे, जिससे वंचित परिवारों के लिए शिक्षा सुनिश्चित हुई। यह आरोप राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है, और इसे दोनों नेताओं के बीच बढ़ती तनातनी के रूप में देखा जा रहा है।

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