वाराणसी में राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा कर रहें है. 12 किलोमीटर लम्बे इस यात्रा के दौरान राहुल गांधी का अलग अंदाज भी देखने को मिला. वाराणसी में न्याय यात्रा के दौरान उन्होंने शिवभक्त बनकर काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन किया और फिर दर्शन कर निकले तो उन्होंने बनारस के मशहूर देसी मिठाई मलाइयों का स्वाद भी चखा.
मंदिर में दर्शन के बाद जैसे ही ज्ञानवापी से गोदौलिया की ओर जा रही थी. इस बीच एक शख्स ने उन्हें मलाइयों थमा दिया. राहुल ने भी उसे थामा और फिर यात्रा के दौरान उन्होंने उसका स्वाद चखा. आइये जानते है कैसे तैयार होती है बनारस की ये खास मिठाई मलाइयों…
दुकानदार राहुल यादव ने बताया कि इसके पहले पीएम मोदी भी बनारस के मलाइयों का स्वाद चखा था और अब राहुल गांधी ने भी इसे चखा है यह खुशी की बात है. उन्होंने बताया कि यह देसी मिठाई सिर्फ और सिर्फ काशी में ही तैयार होती है.
नवम्बर महीने से फरवरी महीने तक गुलाबी ठंड के बीच इसे तैयार किया जाता है. ओस की बूंदों से यह मिठाई तैयार होती है जो जीभ पर रखने के साथ जुबां पर घुल जाता है. पूरी रात दूध को ख़ौलाकर उसे ठंडा किया जाता है और फिर उसे पूरी रात ओस की बूंदों में रखा जाता है फिर उसमें ड्राई फ्रूट्स,केशर,इलाइची डालकर इसे तैयार किया जाता है.