देश में कुछ ही दिनों में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर इंडिया गठबंधन के बीच सीट शेयरिंग पर बात बनती नजर आ रही है। उत्तर प्रदेश के बाद दिल्ली, हरियाणा और गुजरात में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच तकरीबन सीट बंटवारे का फॉर्मूला तय हो गया है। भरूच लोकसभा सीट के फैसले पर गुजरात में विरोध हो रहा है।
गुजरात में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के गठबंधन पर बवाल मच गया है। दिल्ली में गुरुवार को हुई इंडिया गठबंधन के नेताओं की बैठक के बाद गुजरात में कांग्रेस द्वारा आप पार्टी के लिए दो सीट छोड़े जाने पर सहमति बनी, जिनमें से एक सीट पर फॉर्मूला तय होने के पहले से ही बवाल शुरू हो गया। यहां बात हो रही है दक्षिण गुजरात की भरूच लोकसभा सीट की, जिस पर अहमद पटेल ने सालों तक अपनी पकड़ बनाकर रखी और अब उनकी राजनीतिक विरासत को उनकी बेटी मुमताज पटेल और फैजल पटेल आगे ले जाना चाहते हैं।
गठबंधन के तय किए गए फार्मूले के मुताबिक अब आप को भरूच लोकसभा सीट दी जा रही है तो ऐसे में मुमताज पटेल और फैजल पटेल को अपनी राजनीतिक पारी शुरू होने से पहले ही खत्म होती दिखाई दे रही है। आप पार्टी को भरूच सीट दिए जाने पर मुमताज पटेल ने मीडिया के सामने कोई बयान तो नहीं दिया, लेकिन ट्वीट कर अपनी नाराजगी जाहिर कर दी। उन्होंने ट्वीट में साफ तौर पर कह दिया है कि वह अहमद पटेल की राजनीतिक विरासत को बचाने के लिए अंतिम सांस तक लड़ाई लड़ेंगे। वहीं, अहमद पटेल के बेटे फैजल पटेल ने अपने दिए गए बयान में सीधे-सीधे इस फैसले का विरोध किया है। फैसल पटेल ने कहा कि अहमद पटेल के समर्थक और भरूच कांग्रेस के कार्यकर्ता कभी भी आप उम्मीदवार का समर्थन नहीं करेंगे।
यहां आपको यह भी बता दें कि अपने गुजरात दौरे के दौरान आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पहले ही यह घोषणा कर चुके हैं कि उनके डेडियापाड़ा के आक्रामक विधायक चैतर वसावा ही भरूच से लोकसभा चुनाव के उम्मीदवार होंगे। चैतर वसावा वही आदिवासी विधायक हैं, जिनको वन विभाग के अधिकारी पर फायरिंग करने और धमकाने के जुर्म में एक महीने से ज्यादा का वक्त जेल में बिताना पड़ा था।
चैतर वसावा जेल से बाहर आने के बाद लगातार जनसंपर्क कर अपनी पकड़ इलाके में मजबूत बनाने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में गुजरात में हैट्रिक लगाने और एक बार फिर 26 में से 26 सीट जीतने का सपना देख रही बीजेपी के लिए चैतर वसावा एक बड़ी मुसीबत बन सकते हैं। हालांकि, इसी इलाके से अब तक जीतते आए भाजपा सांसद मनसुख वसावा चैतर वसावा के दावों को खोखला बता रहे हैं। आम आदमी पार्टी ने गठबंधन के फैसले का स्वागत किया है तो गुजरात कांग्रेस ने आलाकमान पर सब कुछ छोड़ रखा है।
भरूच लोकसभा सीट के अलावा जिस सीट पर आप को देने के लिए गठबंधन के बीच सहमति बनी है, वह है गुजरात कांग्रेस प्रमुख शक्ति सिंह गोहिल के गृह नगर भावनगर जिले की सीट। गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी ने गुजरात के पिछले विधानसभा चुनाव और उसके पहले हुए नगर निगम चुनाव में कांग्रेस के वोटों में सेंध लगाई थी और इसका सीधा फायदा भाजपा को हुआ था। ऐसे में अगर दोनों ही पार्टियां एक साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ती हैं तो जाहिर सी बात है कि भाजपा के लिए कड़ी चुनौती साबित हो सकती है।