
कानपुर। कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने संसद के मॉनसून सत्र में पहलगाम आतंकी हमले का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि जब भारतीय नागिरकों को मारा जा रहा था तो उन्हें एक भी सुरक्षाकर्मी नहीं दिखा। शुभम की पत्नी ने कहा कि वहां एक सिक्यॉरिटी गार्ड नहीं था। मैं ये कह सकती हूं कि देश ने, सरकार ने हमें वहां अनाथ छोड़ दिया।
प्रियंका ने कहा- क्या सरकार को मालूम नहीं था कि यहां रोज 100-1500- पर्यटक जाते हैं, अगर यहां कुछ हो जाएगा तो लोग यहां से निकल नहीं पाएंगे। ना सुरक्षा का और ना फर्स्ट ऐड का इंतजाम था। लोग वहां पर तो सरकार के भरोसे गए और इस सरकार ने उन्हें भगवान के भरोसे छोड़ दिया।
उन्होंने कहा कि देश के नागरिकों की सुरक्षा की जिम्मेदारी किसकी है। क्या इस देश के पीएम की नहीं। क्या इस देश के गृह मंत्री की नहीं है क्या रक्षा मंत्री की नहीं है।