Sorry, you have been blocked

You are unable to access godeehe.lol

Why have I been blocked?

This website is using a security service to protect itself from online attacks. The action you just performed triggered the security solution. There are several actions that could trigger this block including submitting a certain word or phrase, a SQL command or malformed data.

What can I do to resolve this?

You can email the site owner to let them know you were blocked. Please include what you were doing when this page came up and the Cloudflare Ray ID found at the bottom of this page.

पोप को भारत आने का न्यौता

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इटली के अपुलिया में जी7 शिखर सम्मेलन से इतर पोप फ्रांसिस से मुलाकात की है। मोदी ने 2021 में वेटिकन में पोप फ्रांसिस से मुलाकात की थी, जिसमें दोनों ने कोविड-19 प्रकोप सहित कई मुद्दों पर चर्चा की थी। वह निवर्तमान पोप से मिलने वाले पहले प्रधानमंत्री थे, जो 2013 में कैथोलिक चर्च के प्रमुख बने। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पोप फ्रांसिस को भारत आने का न्योता दिया और कहा कि वह लोगों की सेवा के प्रति पोप की प्रतिबद्धता की सराहना करते हैं। मोदी और पोप फ्रांसिस नेदक्षिणी इटली के अपुलिया में जी7 शिखर सम्मेलन के आउटरीच सत्र में गर्मजोशी से मुलाकात की। उन्होंने विश्व के अन्य नेताओं के साथ महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की। मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि जी7 शिखर सम्मेलन के दौरान पोप फ्रांसिस से मुलाकात की। मैं लोगों की सेवा करने और हमारे ग्रह को बेहतर बनाने के प्रति उनकी प्रतिबद्धता की सराहना करता हूं। साथ ही उन्हें भारत आने का निमंत्रण भी दिया। 

यूरोप महाद्वीप में स्थित यह विश्व का सबसे छोटा देश और स्वतंत्र राज्य है, जहा पोप का प्रशासन है। यह इटली के शहर रोम के पास स्थित है। इसका क्षेत्रफल केवल 44 हेक्टेयर है। इसकी राजभाषा है लैटिन। ईसाई धर्म के प्रमुख संप्रदाय रोमन कैथोलिक चर्च और उसके सर्वोच्च धर्मगुरु पोप का निवास होने के कारण यह विश्व भर में जाना जाता है। यहां की जनसंख्या तकरीबन 800 है। सेंट पीटर गिरजाघर, वेटिकन बाग तथा कई अन्य गिरजाघर स्थित हैं। 1929 में एक संधि के अनुसार इसे स्वतंत्र देश स्वीकार किया गया।

ईसा मसीह के बाद कैथलिक धर्म के सबसे बड़े पद को पोप कहा जाता है। ‘पोप’ का शाब्दिक अर्थ ‘पिता’ होता है। रोमन काथलिक चर्च के परमाधिकारी को ‘होली फादर’ अथवा पोप कहते हैं। पोप न सिर्फ़ दुनिया के सबसे छोटे देश वेटिकन सिटी के राष्ट्राध्यक्ष होते हैं बल्कि दुनिया के विभिन्न हिस्सों में फैले 1.2 अरब कैथोलिक ईसाइयों के आध्यात्मिक नेता भी हैं। पोप के नियमित कामों में हर रविवार को वेटिकन पहुंचे दुनिया भर के श्रद्धालुओं को संबोधित करना और उन्हें आशीर्वाद देना शामिल होता है। इसके लिए वो अपने अध्ययन कक्ष की उस खिड़की का इस्तेमाल करते हैं जहां से सेंट पीटर्स स्कवेयर का भव्य नज़ारा दिखता है। विदेश दौरे भी पोप की ज़िम्मेदारियों में शामिल हैं। चर्च के क़ानून के तहत हर बिशप को रोम जाना ज़रूरी है ताकि वो बता सकें कि उनके डायोसिस में क्या हो रहा है।

भारत आने वाले पहले पोप पॉल IV थे, जिन्होंने 1964 में अंतर्राष्ट्रीय यूचरिस्टिक कांग्रेस में भाग लेने के लिए मुंबई की यात्रा की थी। पोप जॉन पॉल द्वितीय ने फरवरी 1986 और नवंबर 1999 में भारत का दौरा किया।पोप जॉन पॉल द्वितीय की भारत की दूसरी यात्रा उस समय विवादास्पद हो गई जब विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल जैसे संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन के दौरान पोप से पूर्व में ईसाई मिशनरियों द्वारा कथित धर्मांतरण के लिए माफी मांगने की मांग की गई थी। विहिप नेता आचार्य गिरिराज किशोर द्वारा पोप को “डकैत” के रूप में वर्णित करने की भाजपा ने भी कड़ी आलोचना की थी। केवल भारत के प्रधानमंत्री ही नहीं रहे जिन्होंने होली सी की यात्रा की है। कम्युनिस्ट पार्टी के वयोवृद्ध नेता और केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ई के नयनार ने 1997 में पोप जॉन पॉल द्वितीय को एक भगवद गीता भेंट की और उन्होंने जीवन भर पोप द्वारा भेंट की गई एक माला रखी। नयनार के साथ केरल के वर्तमान मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन भी थे जो उस समय उनकी सरकार में मंत्री थे।

Related Articles

Back to top button