लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने हाथरस का दौरा किया और भगदड़ पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि मृतक के परिजनों ने उन्हें बताया कि धार्मिक आयोजन के लिए पर्याप्त पुलिस व्यवस्था नहीं की गई थी, जिसके कारण भगदड़ मच गई। मंगलवार को हाथरस में हुई भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई, जिनमें ज्यादातर महिलाएं थीं। राहुल गांधी ने कहा कि वह इस त्रासदी का राजनीतिकरण नहीं करना चाहते। उन्होंने मरने वालों के परिवारों के लिए अधिक मुआवजे की मांग की।
इसको लेकर अब भाजपा ने राहुल गांधी पर पलटवार किया है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि राहुल गांधी जब से नेता प्रतिपक्ष बने हैं, भय और भ्रम की राजनीति कर रहे हैं। कल हमने देखा कि अग्निवीर मुद्दे पर उन्होंने किस तरह झूठ बोला। उन्होंने कहा कि आज हाथरस की इस हृदय विदारक दुर्घटना पर वह जो राजनीति करने का प्रयास कर रहे हैं वह अत्यंत दुखद है। ऐसी घटनाओं को अत्यंत संवेदनशीलता के साथ देखा जाना चाहिए।’ इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि INDI गठबंधन में उनके दोस्तों द्वारा शासित तमिलनाडु में 50 से अधिक लोग मारे गए हैं, उनमें से ज्यादातर SC समुदाय से थे, वहां जाना तो दूर, आपने इसके बारे में बात तक नहीं की… किसी को करना चाहिए।’
भाजपा नेता ने साफ तौर पर कहा कि राजनीतिक फायदे के लिए किसी भी घटना को ‘गिद्ध नजर’ से न देखें। वहीं, वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘मैं राजनीतिक नजरिए से बात नहीं करना चाहता, लेकिन प्रशासन की ओर से कुछ चूक हुई है। गलतियां हुई हैं और उनकी पहचान की जानी चाहिए।’’ गांधी ने कहा कि पीड़ित परिवारों के लिए यह कठिन समय है और उन्हें जल्द से जल्द मुआवज़ा चाहिए क्योंकि वे गरीब हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से ‘अधिकतम मुआवज़ा’ देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा,‘‘ गरीब परिवार हैं और उनके लिए यह कठिन समय है, इसलिए अधिकतम मुआवजा दिया जाना चाहिए। मैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से अनुरोध करता हूं कि वे खुले दिल से मुआवजा दें। वे गरीब लोग हैं और उन्हें अभी इसकी जरूरत है।