नई दिल्ली। केन्द्रीय राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गरीब कल्याण योजना के माध्यम से श्रमिक, महिला एवं किसानों के सशक्तीकरण का जो मॉडल पेश किया है। वह देश से गरीबी दूर करने का एक आदर्श मॉडल है। देश की राजनैतिक चर्चा में गरीब की चर्चा होना जरूरी है। देश में नेशनल फूड सिक्योरिटी एक्ट बनने के बाद भी देश में गरीब आदमी के पास राशन नहीं पहुंच पाया। पीडीएस सिस्टम में इस बात की गारंटी दी गई की वहां से आदमी को सस्ता अनाज मिलेगा। फिर भी पीडीएस पर हमेशा से उंगलियां उठती रही हैं, जब ये योजना शुरू हुई थी तो सिर्फ चार राज्यों में थी। लेकिन अब मोदी जी ने यह योजनाएं 36 राज्यों में लागू की हैं।
दो प्रकार की है योजनाएं
इसमें भी 2 प्रकार की योजनाएं है- एक ओडब्ल्यूएस और दूसरी प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजाना। जब हम एक योजना में एक परिवार को युनिट मानते हैं तो उसे एक मुफ्त में 35 किलो अनाज देते हैं। इस योजना में प्रत्येक परिवार के सदस्य को 5 किलो राशन दिया जाता है।
वन नेशन वन कार्ड ने दी गारंटी
वन नेशन वन कार्ड ने गरीब मजदूरों को देश के किसी भी हिस्से में अपने खाद्यान्न की सुरक्षा की गारंटी दी है, वहीं डिजिटल कार्ड ने परिवार के प्रत्येक व्यक्ति को अलग-अलग रहने की परिस्थिति में खाद्य गारंटी भी दी है।
प्रधानमंत्री मोदी जी ने फिर से 5 साल के लिए गरीब कल्याण योजनाओं को बढ़ाया है अब इसमें मुफ्त में अनाज लगभग 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को मिलेगा। इस योजना में 5 साल में करीब 11 करोड़ 80 लाख रुपए खर्च होगा। वही प्रतिपक्ष में बैठे लोगों को इस पर चर्चा करनी है तो वो गरीब कल्याण योजनाओं पर चर्चा करें ताकि योजनाओं का सही मूल्याकंन हो सके।
आयुष्मान कार्ड योजना ने दी स्वास्थ्य की गारंटी
पीएम मोदी जी ने मजदूरों के पीएफ का युनिक आइडिंटिटी नंबर भी देकर मेहनतकश मजदूरों के पैसे की सुरक्षा की गारंटी दी है। जब मजदूरों के पास भोजन की गारंटी होगी तब वो अपने मेहनत के पैसों से अपने परिवार और बच्चों की जिंदगी बेहतर करेगा। फिर चाहे वह शिक्षा के लिए हो या अन्य कार्य।
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि आयुष्मान कार्ड योजना ने मजदूरों के स्वास्थ्य की गारंटी दी है तो वहीं पीएफ के नंबर ने दुर्घटना में क्षतिपूर्ति की भी गारंटी दी है। ये पीएम मोदी जी की गरीब कल्याण योजना का मॉडल है।
पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान
केन्द्रीय राज्य मंत्री ने आगे कहा कि माननीय मोदी जी ने प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के माध्यम से परम्परागत रूप से करोड़ों विश्वकर्मा जो अपने हाथों, औजारों और उपकरणों से कड़ी मेहनत करके कुछ न कुछ बनाते हैं और देश के निर्माता हैं, उनके लिए प्रशिक्षण, प्रौद्योगिकी, ऋण और बाजार समर्थन के प्रावधान किए गए हैं।
यह पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान यानी पीएम विश्वकर्मा करोड़ों विश्वकर्माओं के जीवन में आमूल-चूल परिवर्तन लाएगा। पटेल जी ने यह भी कहा कि पीएम स्वनिधि योजना को लेकर किए गए अहम फैसले से रेहड़ी पटरी दुकानदारों को भी बड़ी राहत मिली है।