अयोध्या में राम मंदिर के भव्य उद्घाटन की तैयारी पूरी हो चुकी है। देश भर से भक्त राम मंदिर पहुंचने की तैयारी में जुटे हुए है। अयोध्या का भी इसे देखते हुए कायापलट कर दिया गया है। देश भर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंचेगे। इसे देखते हुए अयोध्या में कई स्तर पर सुविधाएं दुरुस्त किए जाने का काम जारी है।
इसी बीच देश के अलग अलग शहरों से अयोध्या के लिए स्पेशल ट्रेने चलाए जाने की योजना पर भी काम हो रहा है। 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर का भव्य उद्घाटन किया जाना है। इस उद्घाटन समारोह से पहले खास पहल की शुरुआत होगी। राम मंदिर में राम लला के दर्शन करने भक्त पहुंच सके इसलिए अयोध्या के लिए खास ट्रेनें चलवाई जाएंगी। इसके लिए रेलवे ने खास तैयारी की है, जिसके तहत ट्रेन में कोच की उपलब्धता पर ध्यान दिया जा रहा है। जैसे जैसे राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का दिन नजदीक आ रहा है, अयोध्या और पटना के बीच चलने वाली ट्रेनों में बुकिंग की मांग में इजाफा हो रहा है।
रेलवे के सूत्रों की मानें तो अयोध्या से बिहार के लिए 18 जोड़ी ट्रेनों का संचालन सफलता के साथ किया जाएगा। ये ट्रेनें 15 से 25 जनवरी के बीच दोनों शहरों के बीच चलाई जाएंगी। बता दें कि बिहार के पटना, दानापुर, भागलपुर, दरभंगा, गया, हाजीपुर जैसे जिलों से अयोध्या के लिए ट्रेने चलाई जाएंगी। अयोध्या और उसके आसपास के स्टेशनों से गुजरने वाली ट्रेनों को स्टॉपेज भी दिया जाएगा। इसके साथ ही ट्रेनों के रखरखाव के लिए कई यार्ड भी दिए जाएंगे। बता दें कि अबतक ये जानकारी सामने नहीं आई है कि अयोध्या के लिए कितनी ट्रेनों को चलाया जाना है। इसके लिए रेलवे बोर्ड की ओर से आदेश का इंतजार हो रहा है।
अयोध्या में देश के विभिन्न हिस्सों से अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए यहां तमिल और तेलुगू सहित अलग-अलग भाषाओं में पट्टिकाएं लगाई जाएंगी। अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी जोन) पीयूष मोर्डिया ने यह जानकारी दी। अयोध्या पहुंचे मोर्डिया ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रमुख मंदिरों की तरफ जाने वाले मार्गों को चिह्नित करने की योजना बनाई गई है और जिस मार्ग से पैदल यात्री जाएंगे उन पर वाहनों को जाने से रोका जाएगा।
उन्होंने कहा कि मार्गों की आवश्यकता के अनुरूप योजना तैयार की जा रही है। कुछ मार्गों पर ई-रिक्शा को भी प्रतिबंधित किया जा सकता है। मोर्डिया ने बताया कि देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए अयोध्या के मार्गों पर अलग-अलग भाषाओं में निर्देश पट्टिकाएं लगाई जाएंगी, ताकि श्रद्धालुओं को मंदिर जाने में दिक्कत ना हो। उन्होंने बताया कि खासकर दक्षिण भारत के राज्यों की भाषाओं में निर्देश पट्टिकाएं लगाई जाएंगी।