
लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ में सर्किल रेट बढ़ने वाले हैं। प्रस्तावित नए सर्किल रेट पर आई आपत्तियों और सुझावों पर सुनवाई हुई। कई आपत्तिकर्ताओं को अर्द्धशहरी क्षेत्र का आशय समझाने पर वे संतुष्ट हुए, जबकि कुछ आपत्तियां मूलभूत सुविधाओं से जुड़ी थीं। अब कमेटी इन आपत्तियों पर निर्णय लेगी, जिसके बाद नए सर्किल रेट जारी होंगे। बताया जा रहा है कि शहर में 25 और ग्रामीण क्षेत्रों में 15 फीसदी तक की वृद्धि हो सकती है।
कलेक्ट्रेट एनआईसी सभागार में डीएम विशाख जी और एडीएम एफआर राकेश सिंह ने सुनवाई की। आपत्ति करने वाले सुबह से ही पहुंच गए थे। काकोरी क्षेत्र से आए लोगों ने आपत्ति जताई कि सर्किल रेट और ज्यादा बढ़ने चाहिए थे। इस पर अधिकारियों ने बताया कि वह जो कहना चाह रहे हैं, प्रस्तावित रेट में वही किया गया है। जो जमीन 10 पहले 25 लाख रुपये बीघा थी अब उसे अर्द्धशहरी क्षेत्र मानते हुए गणना की जाएगी। ऐसे में ऐसी अकृषक भूमि जो पहले 5000 थी, अब 7500 रुपये प्रति वर्ग मीटर हो गई है। जो जमीन पहले 25 लाख रुपये की थी वह अब 37 लाख 50 हजार रुपये की हो गई है।
इसी तरह एक आपत्ति करने वाले ने कहा कि मुख्य शहर में स्थित कई इलाके ऐसे हैं जहां बहुत सी समस्याएं हैं, ऐसे में सर्किल रेट क्यों बढ़ाया गया। उनको बताया गया कि जमीन की खरीद फरोख्त की दरों का आकलन करने के बाद सर्वे होता है। फिर सर्किल रेट प्रस्तावित किए जाते हैं। इसमें सुविधाओं से कोई संबंध नहीं होता।