
नई दिल्ली। दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान अक्षर पटेल ने इंडियन प्रीमियर लीग में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ सुपर ओपर में मिली जीत का श्रेय मिचेल स्टार्क को देते हुए कहा कि ऑस्ट्रेलिया के इस अनुभवी तेज गेंदबाज ने यॉर्कर फेंकने की योजना बनाई थी और इसे काफी अच्छी तरह अंजाम दिया। दिल्ली के 189 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए रॉयल्स की टीम नीतीश राणा (51 रन, 28 गेंद, छह चौके, दो छक्के) और यशस्वी जायसवाल (51 रन, 37 गेंद, चार छक्के, तीन चौके) के अर्धशतक के बावजूद चार विकेट पर 188 रन ही बना सकी जिससे मैच सुपर ओवर तक खिंचा।
राजस्थान रॉयल्स की टीम एक समय 14वें ओवर में एक विकेट पर 112 रन बनाकर काफी मजबूत स्थिति में थी लेकिन दिल्ली की टीम स्टार्क (36 रन पर एक विकेट) की अगुआई में गेंदबाजों के उम्दा प्रदर्शन से वापसी करने में सफल रही। स्टार्क ने अपने अंतिम दो ओवर में सिर्फ 16 रन दिए। स्टार्क ने इसके बाद सुपर ओवर में भी रॉयल्स को सिर्फ 11 रन पर रोक दिया। अक्षर ने डेथ ओवरों में लगातार यॉर्कर फेंकने की योजना को बेहद प्रभावी तरीके से लागू करने और बाउंसर आदि का इस्तेमाल करके विविधता लाने का प्रयास नहीं करने के लिए स्टार्क की जमकर तारीफ की।
दिल्ली कैपिटल्स अक्षर ने मैच के बाद कहा, ‘अंत में जब स्टार्क के दो ओवर बचे हुए थे तो मुझे भरोसा था कि अगर दाएं-बाएं हाथ के बल्लेबाजों का संयोजन है तो भी मिचेल स्टार्क अपनी गति से उन्हें छका सकता है।’ उन्होंने कहा, ‘वह यॉर्कर अच्छे डाल रहा था लेकिन उसके पास तेज और धीमा बाउंसर भी है। यही बात चल रही थी कि उसे यॉर्कर ही करने चाहिए। उसने भी यही बोला कि हम क्षेत्ररक्षण के साथ खेलेंगे और मैं उसी के हिसाब से गेंदबाजी करूंगा और यॉर्कर तथा वाइड यॉर्कर डालने की ही कोशिश करूंगा। उसने इस योजना को बखूबी अंजाम दिया।’
अक्षर ने कहा कि मौजूदा सत्र में गेंद पर लार के इस्तेमाल की स्वीकृति मिलने से गेंदबाजों को फायदा हो रहा है। उन्होंने कहा, ‘आईपीएल में अब हम गेंद पर लार का इस्तेमाल कर सकते हैं। जिस तरह की विकेट हैं, अधिक घास नहीं रहती और लार के इस्तेमाल से आप रिवर्स स्विंग की कोशिश कर सकते हैं, मुझे लगता है कि यह गेंदबाजों के लिए उचित है।’ अक्षर ने कहा, ‘विकेट बल्लेबाजी के अनुकूल हैं। मुझे लगता है कि 180-190 रन बन रहे हैं और मजा भी आ रहा है। अब क्रिकेट प्रतिस्पर्धी हो गया है, ऐसा नहीं है कि गेंदबाजों के लिए कुछ नहीं है। मुझे लगता है कि लार के इस्तेमाल से रिवर्स स्विंग में मदद मिल रही है लेकिन दबाव के समय ऐसा कर पाना सबसे अधिक महत्वपूर्ण है।’
मोहित शर्मा को 19वें ओवर में गेंदबाजी देने के फैसले का भी अक्षर ने बचाव किया। अक्षर ने कहा, ‘जब हम गेंदबाजी करने आये तो मैंने देखा कि हमारे गेंदबाज उतने प्रभावी नहीं लग रहे। धीमी गेंदबाजी भी काफी प्रभावी नहीं हो रही थी। फिर मैंने योजना में बदलाव किया और मोहित को 19वां ओवर देने का फैसला किया क्योंकि वह पिछले दो साल से गुजरात के साथ काम रहे हैं और मुझे पता है कि वह क्या कर सकते हैं। मुकेश (कुमार) की गेंदबाजी काफी अच्छी नहीं रही थी और ऐसे में स्टार्क के दो ओवर बचते (आखिरी तीन में से)।