आज से संसद सत्र शुरू

नई दिल्ली. संसद का मानसून सत्र आज यानी 21 जुलाई से शुरू हो रहा है, जो 21 अगस्त तक चलेगा. जो सवाल सियासी गलियारे और चौराहे पर गूंज रहे हैं, जो सवाल विपक्ष की जुबां से शोले बनकर निकल रहे हैं, वो अब सोमवार से संसद में गूंजेंगे. इस मानसून सेशन में विपक्ष ने बिहार की वोटर वेरिफिकेशन, पहलगाम आतंकी हमला, ऑपरेशन सिंदूर, सीजफायर और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 20 से ज्यादा बार भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध रुकवाने के दावे को लेकर मोदी सरकार को घेरने की तैयारी कर ली है. विपक्ष ने पीएम मोदी से संसद में जवाब देने की मांग की है.

जब विपक्ष के सवाल संसद में गूंजेंगे, तो हंगामा मचने के आसार और तेज हो जाएंगे. लेकिन सरकार का दावा है कि विपक्ष के सारे सवालों के जवाब दिए जाएंगे. संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि सदन अच्छे से चले इसके लिए पक्ष और विपक्ष को मिलकर काम करना होगा, आपस में अच्छा तालमेल रखना होगा.

हालांकि संसद के मानसून सत्र से ठीक एक दिन पहले यानी रविवार को ऑल पार्टी मीटिंग बुलाई गई, मीटिंग में वो सभी मुद्दे उठे, जिनकी तपिश पिछले कई दिनों से सियासत की सरहदें लगातार पार कर रही है. संसद का दरवाजा खुलने से पहले ही कांग्रेस ने अपने सवालों और मांगों का पुलिंदा खोल दिया है. कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि हमारी ये मांग है कि ऐसे कुछ विशेष विषय इस मानसून सेशन में उठाए जाएंगे, जो काफी अहम हैं जैसे पहलगाम आतंकी हमला. इसमें सरकार को अपनी गलती के ऊपर अपनी बात रखनी होगी.

22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हुआ था. इसमें 26 भारतीय नागरिकों की हत्या हुई थी. हमले में शामिल आतंकियों का अब तक पता नहीं चला है. विपक्ष इस मुद्दे पर सरकार को घेरने का मन बना चुका है. जम्मू-कश्मीर में जिस नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी की सरकार है, उसने भी पहलगाम आतंकी हमले पर सवाल पूछने का मन बना लिया है. नेशनल कॉन्फ्रेंस के सांसद अल्ताफ अहमद लारवी ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमला दुर्भाग्यपूर्ण था, इस हमले के बाद बॉर्डर पर हालात बिगड़े… इस घटनाक्रम के बाद संसद का सत्र शुरू हो रहा है तो ये मुद्दे जरूर उठाए जाएंगे.

मोदी सरकार से सवालों पर यहीं पूर्णविराम नहीं लगने वाला है, आम आदमी पार्टी के पास तो सवालों का अंबार है, जिनके तार पटना से लेकर वाशिंगटन डीसी तक जुड़े हुए हैं. आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने कहा कि SIR के नाम पर बिहार में बहुत बड़ा फ्रॉड चल रहा है, इसके बाद चुनाव का कोई मतलब नहीं रह जाएगा.

बिहार में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव है, चुनाव आयोग ने वोटर वेरिफिकेशन की मुहिम चला रखा है. चुनाव आयोग का दावा है कि बिहार में करीब 95 फीसदी वोटर रिव्यू के लिए वोटर्स फॉर्म जमा हो चुके हैं, जबकि अभियान की घोषित अवधि पूरी होने में अभी भी 6 दिन बचे हैं. इस मामले में विपक्ष की हाय-तौबा को जेडीयू गैरवाजिब बता रही है. JDU के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने कहा कि हम लोगों ने अपनी पार्टी की तरफ से पूरे स्टेट में रिव्यू किया है, कहीं से कोई इश्यू नहीं आया है. इलेक्शन कमीशन अपना काम कर रहा है, अगर कोई इश्यू आता है तो हम मिलकर अपनी बात रखेंगे.

यानी इस बार संसद के मानसून सत्र में सवालों का वेव लेंथ काफी लंबा है, विपक्ष ने अपने सवालों की फाइल तैयार कर ली है, सरकार भी कमर कस चुकी है, लेकिन घूम-फिरकर सवाल फिर उठता है कि क्या जनता को जवाब मिलेगा या फिर ये मानसून सत्र भी सियासी तूफान में बह जाएगा.

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