नई दिल्ली। चैंपियंस ट्रॉफी 2025 (Champions Trophy 2025) अगले महीने 19 फरवरी से आगाज होना है। जिसकी मेजबानी पड़ोसी देश पाकिस्तान के पास है। टूर्नामेंट हाइब्रिड मॉडल के तहत खेला जाएगा, जिसमें सिर्फ टीम इंडिया के सभी मैच दुबई में खेले जा सकते हैं। इस टूर्नामेंट के शुरू होने में महज 6 हफ्ते से भी कम समय बचा है लेकिन अभी भी स्टेडियमों का काम अधूरा है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम, रावलपिंडी स्टेडियम और कराची के द नेशनल स्टेडियम का रेनोवेशन कर रहा है। जो बहुत पहले बनकर तैयार हो जाना चाहिए था। लेकिन अभी तक तैयार नहीं हो पाया है इसे लेकर पाकिस्तान की काफी आलोचना हो रही है।
लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में 27,000 से 35,000 सीटों की क्षमता बढ़ाई जा रही है। यहां अत्याधुनिक 480 एलईडी लाइट्स और दो स्क्रीन लगाई जाएंगी। साथ ही नए खिलाड़ी और गेस्ट बॉक्स भी बनाए जा रहे हैं। रावलपिंडी स्टेडिय में भी 10 हजार अतिरिक्त सीटें जोड़ने का काम चल रहा है।
दोनों स्टेडियमों के नवीनीकरण का काम 25 जनवरी तक खत्म होने की उम्मीद है। वहीं कराची के नेशनल स्टेडियम में 5000 और सीटें बढ़ाई जा रही हैं और वहां भी बेहतर रौशनी के लिए 350 एलईडी लाइट्स लगाई जा रही है। पीसीबी को उम्मीद है कि फरवरी के पहले हफ्ते तक सारा काम पूरा हो जाएगा, इसके लिए उन्होंने अपनी ट्रायंगुलर सीरीज को मुल्तान से कराची और लाहौर में शिफ्ट कर दिया है।
ये सीरीज 8 फरवरी से होगी और पीसीबी का कहना है कि इसके बाद चैंपियंस ट्रॉफी के लिए सभी स्टेडियमों की हालात ठीक हो जाएगी। ये ट्रांयगुलर सीरीज पाकिस्तान, न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेली जानी है। फिलहाल, पीसीबी अपने दावे पर अडिग है लेकिन स्टेडियों के रेनोवेशन का काम शुरू में 31 दिसंबर तक पूरा हो जाना चाहिए था। लेकिन अभी तक नहीं हुआ। ऐसे में आईसीसी इसकी प्रोग्रेस की समीश्रा करने के लिए पाकिस्तान आ सकती है। अगर 12 फरवरी तक सभी स्टेडियम तैयार नहीं हुए तो रिपोर्ट्स के मुताबिक टूर्नामेंट को यूएई में शिफ्ट किया जा सकता है।