
नई दिल्ली। दिल्ली-देहरादून हाईवे पर कांवड़ मार्ग पर ढाबा कर्मचारी से उनके धर्म की पुष्टि के लिए पैंट उतरवाने के मामले पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने निशाना साधा है। उन्होंने सवाल किया है कि इन इलाकों में सालों से कांवड़ यात्रा निकाली जाती रही है, लेकिन अब ही ऐसा क्यों हो रहा है। पहले यह सब शांतिपूर्वक होता था। अब निगरानी समूह ढाबा मालिकों से पैंट उतरवा रहे हैं। पुलिस सिर्फ नोटिस भेज रही है और गिरफ्तार नहीं कर रही।
उन्होंने कहा, ”मुजफ्फरनगर बाइपास के पास तीन गांव हैं, जहां कई होटल हैं। यह समझ नहीं आ रहा कि दस साल पहले इन जगहों पर कुछ नहीं होता था। शांति से कांवड़ यात्रा चलती थी। विजिलेंट ग्रुप्स होते कौन से हैं। एक होटल पर गए तो आधार कार्ड नहीं मिला तो पैंट उतरवा दी। क्या यह गंदगी है। बाद में पुलिस ने नोटिस दिया। नोटिस देने से कुछ नहीं होता, उन्हें अरेस्ट करो। पुलिस अपना काम नहीं कर रही है। ये खुद सरकार बने हुए हैं। सुप्रीम कोर्ट का ऑर्डर आज भी लागू है। आप होते कौन हैं होटल में जाने वाले।
बता दें कि यूपी के मुजफ्फरनगर में नई मंडी कोतवाली इलाके में पहचान अभियान के दौरान स्वामी यशवीर महराज की टीम पर होटल कर्मचारी की पैंट उतरवाने की कोशिश का आरोप लगा है। इसके बाद पुलिस ने छह लोगों को नोटिस भेजकर बयान दर्ज करवाने के लिए कहा है। यशवीर महराज ने कांवड़ यात्रा मार्ग पर होटल कर्मचारियों की पहचान उजागर करने के लिए पहचान अभियान चलाया था। इसी दौरान उनकी टीम के कुछ युवकों ने वैष्णो भोजनालय के एक कर्मचारी की पैंट उतरवाने की कोशिश की थी, जिसके बाद सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया।