उत्तर दिशा है सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश द्वार

वास्तु शास्त्र में उत्तर दिशा का विशेष महत्व माना जाता है। उत्तर दिशा को सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश द्वारा माना जाता है। अगर आप वास्तु के कुछ नियमों का ध्यान रखते हैं, तो आर्थिक तंगी जैसी समस्याओं से बचा जा सकता है। माना जाता है कि अगर आप घर व कार्यक्षेत्र में वास्तु नियमों का ध्यान रखते हैं, तो इससे सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है। साथ ही इससे खुशनुमा माहौल भी बनता है।

वास्तु शास्त्र के नियमों के मुताबिक यदि घर की उत्तर दिशा में धन या फिर तिजोरी आदि रखते हैं। तो इससे व्यक्ति पर मां लक्ष्मी और कुबेर देव की कृपा बनी रहती। वास्तु शास्त्र के हिसाब से उत्तर दिशा में तुलसी और मनी प्लांट का पौधा रख सकते हैं। मनी प्लांट को धन-समृद्धि से जोड़कर देखा जाता है। तो वहीं हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को बहुत पवित्र माना जाता है। ऐसे में उत्तर दिशा में इन दोनों पौधों को रखने से विशेष लाभ मिल सकता है।

वास्तु के अनुसार, रसोई घर भी उत्तर दिशा में होना चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति पर मां अन्नपूर्णा की कृपा बनी रहती है। उत्तर दिशा में रसोई होने से की भी अन्न की कमी का सामना नहीं करना पड़ता है। वास्तु के मुताबिक आप उत्तर दिशा में धातु से बना या फिर क्रिस्टल से बना कछुआ, छोटा सा फाउंटेन और आईना आदि रख सकते हैं। इन चीजों को उत्तर दिशा में रखना शुभ माना जाता है। लेकिन ध्यान रखें कि उत्तर दिशा में कूड़ेदान, भारी सामान और जूते-चप्पल आदि नहीं रखना चाहिए। इससे पॉजिटिव एनर्जी का प्रवाह अवरुद्ध हो सकता है।

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