अगस्त 2021 में जब अमेरिकी सैन्य बलों ने अफगानिस्तान से वापसी की तो उसकी तस्वीरें पूरी दुनिया ने देखी थीं. बड़ी संख्या में टैंक और सैन्य वाहनों को छोड़कर अमेरिकी सैनिक वापस गए थे. अब इस बाबत पूछे गए एक सवाल के जवाब में व्हाइट हाउस ने अफगानिस्तान में किसी भी तरह का हथियार छोड़कर जाने के दावे से साफ इनकार कर दिया है. अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के समन्वयक जॉन किर्बी ने मंगलवार को व्हाइट हाउस में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अमेरिकी सैनिकों ने अफगानिस्तान से वापसी के दौरान कोई हथियार नहीं छोड़ा.
अब अमेरिका के इस बयान पर पूरी दुनिया से लोग प्रतिक्रिया दे रहे हैं. तालिबान के हाथों में एम-4 रायफल से लेकर मशीनगन, बुलेट प्रूफ जैकेट और दूसरे हथियारों को दिखाकर अमेरिका से सवाल पूछ रहे हैं. इंटरनेट पर छाए कई वीडियो और तस्वीरों में तालिबान के आतंकवादी आज भी अमेरिकी सैनिकों के कपड़ों, जूतों, ग्लव्स, गॉगल्स, हेलमेट, नी कैप से लेकर मिलिट्री वाहनों का इस्तेमाल कर रहे हैं. कई वीडियो में तो तालिबान आतंकवादियों को अमेरिकी ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर को उड़ाते हुए दिखाया गया है.
जॉन किर्बी ने ऐसे दावों को फर्जी करार दिया. किर्बी ने कहा कि यह एक झूठ है, यह एक दिखावा है. अफगानिस्तान में अपने 20 वर्षों के दौरान, हमने निश्चित रूप से, कांग्रेस की मंजूरी और परामर्श के साथ अफगान राष्ट्रीय सुरक्षा बलों को हथियार दिया और उन्हें सुसज्जित करने में मदद की. उन्होंने बताया कि अमेरिकी सेना की वापसी के दौरान तालिबान विद्रोह के सामने कई अफगान सैनिकों ने लड़ाई न करने और अपने हथियार डालने का फैसला किया था.
एक सवाल के जवाब में किर्बी ने कहा, “जिन हथियारों के बारे में आप बात कर रहे हैं, मैं इन विशेष रिपोर्टों की पुष्टि नहीं कर सकता कि वे अफगान राष्ट्रीय सुरक्षा बलों के थे या नहीं.”
उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि अमेरिका बस चला गया और अफगानिस्तान में ढेर सारे हथियार छोड़ दिए. हालांकि तालिबान के आतंकवादियों के हाथ में जो हथियार दिख रहे हैं, वे अमेरिकी हैं या नहीं, इस बारे में उन्होंने कोई पुष्टि नहीं की.