
नई दिल्ली। एयर इंडिया के विमान हादसे की शुरुआती जांच रिपोर्ट आ चुकी है। इस रिपोर्ट में हादसे की वजहों के बारे में बताया गया है। हालांकि रिपोर्ट में इस विमान को और इसका इंजन बनाने वाली कंपनियों पर तत्काल ऐक्शन की कोई बात नहीं कही गई है। अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या विमान बनाने वाली कंपनियों को क्लीन चिट देने की कोशिश की जा रही है? एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (एएआईबी) ने यह रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट के मुताबिक विमान के उड़ान भरते ही दोनों इंजन बंद हो गए थे। इसके अलावा रिपोर्ट में अंतिम समय में दोनों पायलटों के बीच ईंधन सप्लाई बंद होने की बातचीत का भी जिक्र है। गौरतलब है कि 12 जून को बोइंग 787-8 अहमदाबाद में हादसे का शिकार हो गया था। इस दौरान विमान में सवार 240 लोगों समेत कुल 260 लोग मारे गए थे।
एयर इंडिया विमान हादसे पर रिपोर्ट में विमान बनाने वाली कंपनी पर तत्काल कोई ऐक्शन लेने की बात नहीं की गई है। इसके मुताबिक जांच के इस स्टेज पर बोइंग 787-8 या जीई एयरोस्पेस इंजन ऑपरेटर्स और निर्माताओं पर तत्काल ऐक्शन रेकमंड नहीं किया गया है। एएआईपी की शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक क्रैश से ठीक पहले इंजन का फ्यूल कटऑफ स्विच कुछ ही सेकंड्स के अंदर कटऑफ से रन की स्थिति में आए थे। हालांकि उन्होंने इस वजह को क्रैश की वजहों से नहीं जोड़ा है।
गौरतलब है कि लंदन जा रहा एयर इंडिया का विमान अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस विमान में 242 यात्री और चालक दल सवार थे। इसमें सिर्फ एक यात्री की जान बच पाई थी। बोइंग विमान अहमदाबाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास मेघाणीनगर इलाके में अपराह्न करीब दो बजे दुर्घटनाग्रस्त हो गया। क्रैश होकर विमान मेडिकल कॉलेज पर गिरा था, जिससे मरने वालों की संख्या और बढ़ गई। अब इस विमान हादसे की जांच रिपोर्ट आई है।