नई दिल्ली : भगदड़ के बाद ऐक्शन में रेलवे

नई दिल्ली। रेल मंत्रालय ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ के एक दिन भविष्य में ऐसी किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए कई उपाय किए गए हैं। खास बात है कि केंद्र सरकार ने देश में 60 हाई-ट्रैफिक रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ को संभालने के लिए स्थायी होल्डिंग जोन बनाएगी। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार को भगदड़ में कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई थी। इस हादसे में एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए।

रेलवे इन स्टेशनों पर भीड़ और क्राइसिस मैनेजमेंट के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल करेगी। सरकार की तरफ से यह कदम नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ के बाद लिया गया है। भगदड़ के बाद रेलवे ने घटना को लेकर उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। वहीं, हादसे के बाद रेलवे प्रशासन की कार्यप्रणाली को लेकर लगातार सवाल उठ रहे थे।

स्थानीय अधिकारियों को परिस्थितिजन्य जागरूकता और क्राइसिस मैनेजमेंट की ट्रेनिंग दी जाएगी। उन्होंने बताया कि दिशा-निर्देशन सहायता के लिए यात्रियों को निर्धारित होल्डिंग क्षेत्रों की ओर मार्गदर्शन करने के लिए तीर और डिवाइडर बनाए जाएंगे।

भीड़ की आवाजाही पर नजर रखने के लिए एआई समेत तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। इसमें खास तौर पर ट्रेन के देरी से चलने के दौरान इसका यूज किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रयागराज से जुड़े 35 स्टेशनों की निगरानी सेंट्रल वॉर रूम के जरिये की जाएगी। भीड़ नियंत्रण उपायों के तहत पैदल यात्रियों के लिए बने पुलों और सीढ़ियों पर बैठे लोगों पर कैमरों से नजर रखी जाएगी।

इसके साथ ही अकेले नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर 200 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। सूत्रों के अनुसार, महाकुंभ में आने वाले 90 प्रतिशत श्रद्धालु चार राज्यों के 300 किलोमीटर के दायरे से आते हैं। इसके कारण व्यस्त स्टेशनों पर विशेष निगरानी के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके अलावा रेलवे भीड़भाड़ से संबंधित समस्याओं की पहचान करने के लिए एक विशेष अभियान चलाएगा। इसके तहत यात्रियों, कुलियों और दुकानदारों से फीडबैक लिया जाएगा।

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