
हमीरपुर। उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में माध्यमिक शिक्षा विभाग की अंधेरगर्दी सामने आई है। लोकसेवा आयोग की समीक्षा और सहायक समीक्षा अधिकारी के एग्जाम संपन्न कराने के लिए सेक्टर और स्टैटिक मजिस्ट्रेट समेत 800 से ज्यादा कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। लेकिन इनमें एक ऐसे अध्यापक की ड्य़ूटी लगा दी गई जो इस दुनिय़ा में है ही नहीं। बड़ी लापरवाही पकड़ में आने के बाद डिपार्टमेंट अब गलती को सुधारने में जुट गया है।
लोकसेवा आयोग इलाहाबाद की समीक्षा और सहायक समीक्षा अधिकारी की भर्ती परीक्षा कराने के लिए यहां जिला प्रशासन पिछले कई दिनों से तैयारियों में जुटा है। यह परीक्षाएं हमीरपुर जिले में पहली बार सम्पन्न करायी जानी है। इसके लिए 15 परीक्षा केन्द्र बनाए गए है। एडीएम फाइनेंस विजय शंकर तिवारी ने पिछले दिनों जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) को परीक्षा केन्द्रवार कक्ष निरीक्षकों और अन्य कर्मियों की ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए थे। उहोंने सख्त हिदायत भी दी थी कि अध्यापकों की ड्यूटी लगाने में किसी भी तरह की कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
इसके बावजूद ड्यूटी लगाने में शिक्षा डिपार्टमेंट ने गंभीरता नहीं दिखाई। हमीरपुर में 27 जुलाई को समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी भर्ती एग्जाम कराने के लिए डीआर्ईओएस ने 849 कर्मियों की ड्यूटी लगाई है। प्रशासन ने भी सीसीटीवी कैमरे की नजर में परीक्षा कराने के लिए स्टेटिक व सेक्टर मजिस्ट्रेटों की भी ड्यूटी लगा दी है। लेकिन एन वक्त पर डिपार्टमेंट की बड़ी लापरवाही सामने आने के बाद अफसर दंग रह गए है।
समीक्षा अधिकारी व सहायक समीक्षा अधिकारी (आरओ, एआरओ) भर्ती परीक्षा में ड्यूटी करने के लिए हाल में ही 849 कर्मियों की सूची जारी हुई जिसमें सुमेरपुर क्षेत्र के पंधरी कन्या उच्च प्राथमिक स्कूल में पिछले साल तैनात रहे अध्यापक रघुनाथ की ड्यूटी परीक्षा केन्द्र में लगाई गई है। जबकि सात महीने महीने पहले एक्सिडेंट में इसकी मौत हो गई थी। बिना सत्यापन कराए ही मृतक अध्यापक की ड्यूटी लगाने से यहां अफसर भी दंग रह गए है।
सात माह पहले रोड एक्सीडेंट में अध्यापक रघुनाथ की मौत होने के बाद उसे समीक्षा और सहायक समीक्षा अधिकारी भर्ती परीक्षा में ड्यूटी लगाए जाने का मामला सामने आने के बाद विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। डीआईओएस महेश गुप्ता ने बताया कि रघुनाथ टीचर की ड्यूटी कुरारा क्षेत्र के झलोखर स्थित राजाराम इंटरकालेज में लगाई गई थी। इसकी मौत पिछले साल होने की जानकारी मिलने पर अब उसके स्थान पर दूसरे अध्यापक की ड्यूटी लगाई जा रही है।