
भारत के ओलंपिक मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा के कोच क्लॉस बार्टोनिट्ज ने हाल ही में संन्यास लेने का ऐलान किया, जिससे नीरज चोपड़ा काफी भावुक हो गए। नीरज, जिन्होंने टोक्यो ओलंपिक्स 2020 में भारत के लिए ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीता, अपने कोच के संन्यास के बाद अपने भावनाओं को सोशल मीडिया पर व्यक्त किया।
नीरज ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट के जरिए क्लॉस बार्टोनिट्ज के साथ अपने रिश्ते को लेकर अपनी भावनाएं साझा कीं। उन्होंने लिखा कि “क्लॉस बार्टोनिट्ज का मेरे जीवन और करियर में बहुत बड़ा योगदान है। उनके मार्गदर्शन, मेहनत और समर्थन के बिना मैं आज यहां नहीं होता। उन्होंने मुझे सिर्फ एक एथलीट नहीं, बल्कि एक इंसान के तौर पर भी बहुत कुछ सिखाया।”
नीरज ने यह भी कहा कि वह कोच के साथ बिताए गए समय को हमेशा याद रखेंगे और उनका आभार कभी नहीं भूलेंगे। उन्होंने क्लॉस के संन्यास पर अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वह उनके भविष्य के लिए खुश और आशावान हैं।
क्लॉस बार्टोनिट्ज, जो जर्मनी के प्रतिष्ठित कोच हैं, ने नीरज चोपड़ा के साथ मिलकर उन्हें जैवलिन थ्रो में एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धी एथलीट बनाने में अहम भूमिका निभाई। उनका यह संन्यास नीरज के लिए एक नई चुनौती हो सकती है, लेकिन नीरज का मानना है कि वह अब भी अपनी मेहनत और प्रतिबद्धता से अपने लक्ष्यों को प्राप्त करेंगे।
यह बदलाव नीरज चोपड़ा के करियर में एक नए अध्याय की शुरुआत हो सकता है, लेकिन उनके साथ बिताए गए समय और कोच की सीखों का प्रभाव उनकी भविष्य की सफलता में हमेशा रहेगा।