पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा कि ये(भाजपा) यहां अपनी ए टीम, बी टीम, सी टीम पार्टियों को ताकत देना चाहते हैं। पीडीपी को तोड़ा गया। मुझे, मेरी मां को, मेरे भाई को ईडी के पास बुलाया गया। अगर अब ये वोट के साथ भी धांधली करके जम्मू-कश्मीर के लोगों से ये हक छीनना चाहते हैं तो मैं क्या कहूं।
पीडीपी के वरिष्ठ नेता वहीद उर रहमान पारा ने कहा कि अगर फारूक अब्दुल्ला या उमर अब्दुल्ला ने चुनाव लड़ने के अपने फैसले की घोषणा करने से पहले उनसे सलाह ली होती तो महबूबा मुफ्ती ने कश्मीर की सभी तीन लोकसभा सीटों पर एनसी का समर्थन किया होता। पीडीपी की अध्यक्ष मुफ्ती ने 8 मार्च को कश्मीर में सभी तीन लोकसभा सीटों पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के चुनाव लड़ने पर नाखुशी व्यक्त करते हुए कहा था कि यह फैसला निराशाजनक और जम्मू-कश्मीर के लोगों की उम्मीदों को झटका है।
पर्रा ने नेशनल कॉन्फ्रेंस पर अपने पीपुल्स अलायंस फॉर गुपकर डिक्लेरेशन (पीएजीडी) को एक मजाक में बदलने का भी आरोप लगाया। जहां तक मुझे पता है, अगर फारूक अब्दुल्ला या उमर अब्दुल्ला ने महबूबा जी से कहा होता कि ये सभी सीटें उन्हें दे दी जाएं, तो उन्होंने ऐसा किया होता। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के युवा अध्यक्ष ने कहा कि पीएजीडी गठबंधन पांच साल से काम कर रहा है, लेकिन एनसी नेता अब नंबर एक पार्टी होने के बारे में अहंकारी बयान दे रहे हैं।