दिल्ली की मंत्री आतिशी ने कहा कि हमने पिछली बारिश तक लगभग 200 हॉटस्पॉट की पहचान की है। इनमें से 40 हॉटस्पॉट पीड्ब्ल्यूडी द्वारा सीसीटीवी निगरानी में हैं। आपको यह समझना होगा कि अगर दिल्ली में 228 मिमी बारिश होती है, तो इसमें समय लगेगा। जल स्तर को कम करने के लिए। अभी दिल्ली में नालों की क्षमता से ज्यादा बारिश हुई है। दिल्ली में जून के महीने में 90 वर्षों में हुई रिकॉर्ड तोड़ बारिश के बाद हुए जलभराव की समस्या को देखते हुए दिल्ली सचिवालय में दिल्ली सरकार के मंत्रियों आतिशी, सौरभ भारद्वाज, गोपाल रॉय, इमरान हुसैन ने विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की और जलभराव की समस्या से निपटने को लेकर चर्चा की।
दिल्ली में शुक्रवार की सुबह भारी बारिश के बीच कई इलाकों में जलभराव हो गया, इस दौरान शहर के मुख्य इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा होने के साथ यातायात बाधित हुआ। दिल्ली यातायात पुलिस ने प्रभावित मार्गों के संबंध में परामर्श जारी कर यात्रियों को इसके अनुसार ही अपनी यात्रा योजना बनाने की सलाह दी है। शहर के विभिन्न स्थानों से आ रहीं तस्वीरों के अनुसार कई इलाको में जल भराव से लंबा जाम लग गया है। इस दौरान विशेष रूप से अपने कार्यालयों एवं कार्यस्थल जाने वाले लोगों एवं अन्य यात्रियों को अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ा। दिल्ली पुलिस ने कहा कि उसके पास सुबह से ही यातायात संबंधी समस्याओं, जलभराव और पेड़ उखड़ने के संबंध में कई कॉल आई हैं।
नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन इलाके में जलमग्न सड़कों पर यात्रियों को अपने बच्चों को लेकर घुटने घुटने पानी से होकर गुजरना पड़ा। कुछ इलाकों में मेट्रो स्टेशनों में भी पानी भर गया, जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। पुलिस के अनुसार जलभराव के कारण अणुव्रत मार्ग पर लाल बत्ती के दोनों ओर 100 मीटर और लाडो सराय लाल बत्ती से दोनों तरफ यातायात प्रभावित है। परीक्षा देने उत्तर-पश्चिम दिल्ली जा रहे जतिन शर्मा ने बताया कि सुबह कश्मीरी गेट पर यातायात काफी अधिक था। शर्मा ने कहा, मैं उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में स्थित अपने घर से परीक्षा देने जा रहा था। सुबह कश्मीरी गेट पर भारी जलभराव था, जिससे यातायात जाम हो गया। सड़क काफी चौड़ी है, लेकिन जलभराव के कारण लोग केवल एक लेन का ही इस्तेमाल कर रहे थे।