मृतक आश्रित नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में न बुलाने पर खफा मेयर

लखनऊ। नगर निगम मुख्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में मेयर सुषमा खर्कवाल को नहीं बुलाया गया तो उनका गुस्सा फूट पड़ा। बाद में अधिकारियों के मौखिक निमंत्रण पर मेयर लालबाग स्थित नगर निगम मुख्यालय पहुंची। नगर आयुक्त गौरव कुमार और अपर नगर आयुक्त के मौजूद न होने पर वह भड़क गईं। मेयर ने नगर आयुक्त को पत्र लिखकर जवाब मांगा है। मेयर ने पूछा कि मृतक आश्रितों को नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में क्या प्रोटोकॉल के तहत उन्हें बुलाने की जरूरत नहीं थी?

मेयर ने नगर आयुक्त और उनके अधीनस्थ अधिकारियों को प्रोटोकॉल के लिए शासन से प्रशिक्षण लेने की सलाह दी। उन्होंने 5 अगस्त 2025 तक स्पष्ट करने को कहा कि इस तरह के आयोजन में मेयर को बुलाने और विभागीय मुखिया की उपस्थिति की जरूरत क्यों नहीं समझी गई।

मेयर ने लिखा है कि उन्हें इस समारोह के लिए औपचारिक आमंत्रण नहीं दिया गया। कुछ कनिष्ठ अधिकारियों के अनुरोध पर वह शाम 5:15 बजे कार्यक्रम में पहुंचीं। वहां न तो नगर आयुक्त थे और न अपर नगर आयुक्त (अधिष्ठान)। मेयर ने नगर स्वास्थ्य अधिकारी पीके श्रीवास्तव को अपर नगर आयुक्त को तुरंत बुलाने का निर्देश दिया। अपर नगर आयुक्त नम्रता सिंह ने फोन पर बताया कि वह प्रमुख सचिव, नगर विकास की विडियो कॉन्फ्रेंसिंग में हैं, लेकिन आधे घंटे में ही वह समारोह में पहुंच गईं।

मेयर ने पत्र में लिखा कि ऐसे महत्वपूर्ण आयोजन में नगर आयुक्त की अनुपस्थिति और प्रोटोकॉल की अनदेखी कर्मचारियों के प्रति संवेदनहीनता दिखाती है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या विभागीय मुखिया के तौर पर नगर आयुक्त का यह दायित्व नहीं था कि वह खुद या अपर नगर आयुक्त समारोह में मौजूद रहें? मेयर ने यह भी पूछा कि क्या उन्हें औपचारिक रूप से बुलाना जरूरी नहीं था? उन्होंने सुझाव दिया कि यदि बैठक इतनी जरूरी थी तो कार्यक्रम की तारीख बदली जा सकती थी। मेयर के पीआरओ श्री प्रकाश उपाध्याय का कहना है कि मेयर द्वारा यह पत्र भेजा गया है। वहीं इस मामले में नगर आयुक्त गौरव कुमार से संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी।

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