
कोलकाता। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा के खिलाफ 23 दिसंबर को राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है, जिसमें उन्होंने भाजपा पर डॉ. बीआर अंबेडकर और संविधान निर्माता समुदाय का अपमान करने का आरोप लगाया। ममता बनर्जी ने कड़ा बयान जारी करते हुए कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में अंबेडकर और संविधान मसौदा समिति के अन्य सदस्यों के बारे में अपमानजनक टिप्पणियां की थीं।
उनका आरोप है कि भाजपा और उसके नेता अंबेडकर के योगदान को नकारने की कोशिश कर रहे हैं, जो भारतीय संविधान के निर्माता थे और जिन्होंने समाज के पिछड़े वर्गों के अधिकारों की रक्षा के लिए कई महत्वपूर्ण प्रावधान बनाए थे। ममता बनर्जी ने यह भी कहा कि इस तरह की टिप्पणियां भारतीय संविधान और उसके निर्माताओं के प्रति अपमानजनक हैं और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इस विरोध प्रदर्शन के माध्यम से उन्होंने भाजपा के खिलाफ संघर्ष जारी रखने का संकल्प लिया और इसके खिलाफ जनता के बीच जागरूकता फैलाने की बात की। बंगाल सीएम ने कहा कि हमारे संविधान निर्माता बाबासाहेब अम्बेडकर का अपमान अस्वीकार्य है! इस जातिवादी भाजपा सरकार ने हमारे लोकतंत्र पर बार-बार हमला किया है। उन्होंने दावा किया कि भाजपा की हरकतें उसके दलित विरोधी एजेंडे को उजागर कर रही हैं।
टिप्पणी को संविधान की रीढ़ पर हमला बताते हुए बनर्जी ने पूरे बंगाल में लोगों से विरोध प्रदर्शन में शामिल होने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि बाबासाहेब अंबेडकर के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियों और हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के अपमान के विरोध में 23 दिसंबर को दोपहर 2 बजे से 3 बजे तक राज्य के हर ब्लॉक, नगर पालिका और कोलकाता के हर वार्ड में विरोध रैलियां आयोजित की जाएंगी।