लंग्स डिटॉक्सिफिकेशन  : लंग्स की नेचुरल क्लीनिंग

आसपास मौजूद हवा में धुआं, केमिकल, हानिकारक तत्व भर गए हैं। सांस लेने पर यह फेफड़ों के अंदर पहुंचकर जम जाते हैं। साथ में स्मोकिंग की आदत से लंग्स को और ज्यादा नुकसान पहुंचता है। इसके कारण फेफड़े अंदर से काले हो जाते हैं और काम करना कम कर देते हैं। फेफड़ों की सफाई को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। यह सांस लेने की क्षमता सुधारते हैं और शरीर में जरूरी ऑक्सीजन पहुंचती है। इसे लंग्स डिटॉक्सिफिकेशन भी कहते हैं, जिसे नेचुरल तरीके से कर सकते हैं। इसके लिए आपको बहुत ज्यादा वक्त निकालने की जरूरत नहीं है, बस 2 मिनट में लंग्स की नेचुरल क्लीनिंग हो जाएगी।

2 मिनट की यह एक्सरसाइज ऑक्सीजन का फ्लो बढ़ाने, कार्बन डाइऑक्साइड और टॉक्सिन निकालने और फेफड़ों का फंक्शन बढ़ाने में मदद करती है। इस एक्सरसाइज सीक्वेंस में आपको 2 मिनट का वक्त लगेगा, जिसे सुबह और शाम दो बार किया जा सकता है। सुबह के वक्त यह एक्सरसाइज फेफड़ों को एक्टिव करने और शाम के वक्त टॉक्सिन निकालने में मदद करेगी। इसमें फेफड़ों को पूरी तरह खोलने, टॉक्सिन निकालने और छाती की मसल्स को हिलाने पर फोकस होता है।

पीठ सीधी करके बैठें या सीधे खड़े हों। अपने एक हाथ को छाती और दूसरा पेट पर रखें। 4 सेकंड तक नाक से गहरी सांस लें, इस दौरान पेट को बाहर आने दें, छाती को ना फुलाएं। अब 6 सेकंड तक मुंह से सांस छोड़ें।
ऐसा 4-5 बार दोहराएं। पैरों को कूल्हों के बराबर खोलकर खड़े हों। नाक से सांस लेते हुए दोनों हाथों को सिर के ऊपर सीधा ले जाएं। 2 सेकंड होल्ड करें और पसलियां खुलने का अनुभव करें। फिर मुंह से सांस छोड़ते हुए हाथों को नीचे लाएं। ऐसा लगातार रिदम के साथ 30 सेकंड तक करें।

3 सेकंड तक नाक से धीरे-धीरे गहरी सांस लें। अपने होंठ को इस शेप में लाएं, जैसे कि आप फूंक मार रहे हों।
इस शेप से 6 सेकंड तक मुंह से सांस छोड़ें। अपनी सांस को कंट्रोल में रखें और ऐसा 4-5 बार दोहराएं। एक जगह पर सीधा खड़े हो जाएं और स्पॉट जॉगिंग या हाई नीज करें। इस दौरान सांस को गहरा लेने की कोशिश करें। शुरुआत में इस काम को धीरे-धीरे करने की कोशिश करें।


Related Articles

Back to top button