
लखनऊ। संयुक्त अरब अमीरात के शारजाह में एक कॉमर्शियल जहाज पर चालक दल में शामिल होने के कुछ घंटों बाद उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के एक 33 वर्षीय इंजीनियर की मौत हो गई। जहाज पर इंजीनियर रहस्यमय तरीके से मृत पाया गया। दरअसल, शिपिंग लाइन में ‘तीसरे इंजीनियर’ अनुराग तिवारी 29 जून की दोपहर को मृत पाए गए। सेंट फ्रांसिस कॉलेज, लखनऊ के पूर्व छात्र अनुराग यूपीपीसीएल के पूर्व अधिकारी अनिल तिवारी के सबसे बड़े बेटे थे। बेटे के निधन के बाद पिता ने केंद्र सरकार से गुहार लगाई है। अनिल तिवारी ने गुरुवार को अपने बेटे के शव को घर लाने के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर से मदद मांगी।
अनिल तिवारी ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर से सोशल मीडिया पर गुहार लगाई है। एक्स पर किए गए पोस्ट में अनिल तिवारी ने लिखा कि मेरे बेटे अनुराग तिवारी (पासपोर्ट: W4768296) को सिनर्जी शिप अरेबिया ने काम पर रखा था। 29 जून को यूएई के शारजाह में जहाज JANA-505 पर चढ़ा। उसी दिन उसकी मौत हो गई। मौत का कोई स्पष्ट कारण नहीं मिल पाया है। कंपनी की ओर से कोई मदद नहीं की गई है। कृपया उसके शव को तत्काल वापस लाने में मदद करें।
अनुराग 28 जून को शारजाह में अपनी टीम में शामिल हुए थे। उन्होंने अपने पिता से वीडियो कॉल पर बात भी की थी। अनिल ने गुरुवार को कहा कि वीडियो कॉल के दौरान अनुराग ने मुझे बताया कि JANA-505 को चालू करना एक चुनौतीपूर्ण काम था। टीम के साथियों में भी इसको लेकर बेचैनी थी। मौसम गर्म था, लेकिन वह मानसिक और शारीरिक रूप से इस काम के लिए फिट था।
अनुराग को मुंबई स्थित भर्ती और प्लेसमेंट सेवा एजेंसी अविष्का शिपिंग प्राइवेट लिमिटेड (ASPL) की ओर से सिंगापुर मुख्यालय वाली सिनर्जी शिप अरेबिया (सिनर्जी मरीन ग्रुप का हिस्सा-केरल में जन्मे कैप्टन राजेश उन्नी के स्वामित्व वाली) के लिए काम पर रखा गया था।
एएसपीएल के महाप्रबंधक अवधूत धायबर ने अनिल तिवारी को उनके बेटे की मौत की सूचना देते हुए ई-मेल में लिखा कि 29 जून को पोत JANA-505 के संचालन के दौरान अनुराग इंजन कक्ष में बेहोश पाया गया। तत्काल सीपीआर और क्रू बोट के माध्यम से जेटी पर तेजी से स्थानांतरित होने के बावजूद एम्बुलेंस मेडिकल टीम ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उन्हें ईसीजी इंस्पेक्शन के दौरान कोई नाड़ी चलती नहीं मिली। JANA मरीन और सिनर्जी शिप अरबिया की ओर से यह जानकारी दी गई।
अनिल तिवारी ने कहा कि एएसपीएल टीम ने मुझे फोन पर बताया कि अनुराग ड्यूटी के दौरान डेक पर बेहोश हो गया था। उसे पोत के पुल पर लाया गया, जहां उसे सीपीआर दिया गया। हमारे साथ साझा की गई जानकारी में विरोधाभास है, क्योंकि डेक और इंजन कक्ष एक ही नहीं हैं। अनिल ने कहा कि मैंने अपने बेटे के शव को वापस लाने के लिए ई-मेल और एक्स (पूर्व में ट्विटर) के माध्यम से यूएई में दूतावास से संपर्क किया है। मैं चाहता हूं कि यूएई के अधिकारी मेरे बेटे की मौत का कारण पता लगाएं।
पिता ने कहा कि अनुराग तैराकी में छह बार स्वर्ण पदक विजेता था। 3 साल के बेटे के पिता अनुराग जहाज के चालू होने के बाद शिपिंग में एकेडमिक कोर्स करने के लिए यूके जाने की योजना बना रहे थे। सिनर्जी शिप अरबिया के चालक दल का काम JANA-505 को चालू करना था, जो सऊदी अरब के ग्रुप JANA मरीन सर्विस कंपनी (राशद अल-राशद एंड संस ग्रुप की सहायक कंपनी) के स्वामित्व वाला एक जैक अप जहाज था।