
लखनऊ। लखनऊ के सरोजनीनगर इलाके में साइबर जालसाजों ने बुजुर्ग को आतंकी संगठन से जुड़े होने का झांसा दिया। जम्मू कश्मीर पुलिसकर्मी बनकर उन्हें गिरफ्तार करने की धमकी दी। सहमे बुजुर्ग ने जालसाजों के कहने पर 4.97 लाख से अधिक रुपये उनके बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिए। बाद में ठगी का अहसास होने पर उन्होंने रिपोर्ट दर्ज करवाई है।
पुलिस के मुताबिक सरोजनीनगर कानपुर रोड एलडीए कॉलोनी निवासी दिवाकर प्रकाश जायसवाल डाक विभाग से रिटायर्ड हुए हैं। उन्होंने बताया कि 13 जुलाई को उनके मोबाइल फोन पर अज्ञात नंबर से कॉल आई थी। कॉल करने वाले ने उनसे कहा कि हम जम्मू-कश्मीर पुलिस की क्राइम ब्रांच से बोल रहे हैं। जालसाजों ने बुजुर्ग से कहा कि उनका मोबाइल नंबर आतंकी संगठनों के दस्तावेज से मिला है।
पीड़ित ने आतंकी संगठन से कोई सरोकार होने से मना कर दिया। इस पर जालसाज ने पीड़ित को गिरफ्तार करने की धमकी दी तो पीड़ित सहम गया। पुलिस लफड़े से बचने के लिए जालसाज ने पीड़ित को बैंक खाते का नंबर दिया। फिर जालसाजों के कहने पर पीड़ित ने उनके बैंक खाते में 4 लाख 97 हजार से अधिक रुपये ट्रांसफर कर दिए। दोबारा कॉल करने पर जालसाज का मोबाइल नंबर बंद बताने लगा। पीड़ित ने बुधवार शाम मोबाइल नंबर के आधार पर डिजिटल अरेस्ट की रिपोर्ट दर्ज करवाई है। थाना प्रभारी ने बताया कि आईटी ऐक्ट में रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।
जालसाजों ने अर्दब में लेने के लिए पीड़ित बुजुर्ग को विडियो कॉल की। पुलिस के मुताबिक बुजुर्ग ने बताया कि जालसाज खाकी वर्दी पहने हुआ था। उसके पीछे दो अन्य वर्दी पहने युवक खड़े थे। पीछे दीवार पर जम्मू कश्मीर पुलिस का चिह्न लगा हुआ था।