कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को विपक्षी इंडिया ब्लॉक का अध्यक्ष नामित किया गया है। गठबंधन दलों के बीच कई हफ्तों की खींचतान के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को संयोजक का प्रमुख पद का ऑफर दिया गया है। हालांकि, मामले से परिचित लोगों ने कहा कि नीतीश कुमार ने संयोजक का पद ठुकरा दिया है। यह निर्णय शनिवार को शीर्ष भारतीय ब्लॉक नेताओं की आभासी बैठक में सर्वसम्मति से लिया गया। घटनाक्रम से परिचित लोगों ने कहा कि समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सुप्रीमो ममता बनर्जी, जो बैठक में मौजूद नहीं थे, को फैसले के बारे में सूचित किया जाएगा।
वहीं, संयोजक पद पर अंतिम फैसला ममता बनर्जी और अखिलेश यादव के साथ चर्चा के बाद लिया जाएगा। 2024 के आम चुनाव में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा से मुकाबला करने के लिए गठित गठबंधन को संयोजक की विवादास्पद नियुक्ति सहित कई मुद्दों पर भीतर से चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा था। जेडीयू नीतीश कुमार को संयोजक बनाना चाहती थी लेकिन टीएमसी इसका विरोध कर रही थी। शनिवार का विचार-विमर्श आभासी बैठक आयोजित करने का दूसरा ऐसा प्रयास था क्योंकि कुछ दिन पहले किया गया पिछला प्रयास सफल नहीं हो पाया था।
नीतीश कुमार ने साफ तौर पर कहा है कि उनकी दिलचस्पी किसी पद में नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस से ही किसी को संयोजक बनना चाहिए। आगामी रणनीति के लिए इंडिया गठबंधन के दलों की आज मीटिंग हुई है। इस मीटिंग में 10 से 12 दलों के प्रमुख शामिल हुए। इसी कड़ी में कांग्रेस की ओर से नीतीश कुमार के समक्ष संयोजक बनने का प्रस्ताव रखा गया। जदयू की ओर से दावा किया गया है कि इस पर पार्टी के भीतर चर्चा की जाएगी। जदयू के वरिष्ठ नेता और बिहार सरकार के मंत्री संजय झा ने यह भी कहा है कि सीट पटवारी को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है। हालांकि सूत्र बता रहे हैं कि नीतीश कुमार ने साफ तौर पर कहा है कि सीट बंटवारे में तेजी लानी होगी।