
कानपुर। बिरहाना रोड स्थित चंद्र प्रकाश मार्केट में शार्ट सर्किट की वजह से भीषण आग लग गई। इसकी वजह से पूरे बाजार में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। इस अग्निकांड में किसी तरह की जनहानि नहीं हुई है। उत्तर प्रदेश के कानपुर की सबसे पुरानी कलक्टरगंज गल्ला मंडी के भीषण आग लग गई। आग को चपेट में आकर लगभग 110 दुकानें जलकर राख हो गईं। बेबस व्यापारी जलती हुई दुकानों को देखकर अपने आंसू नहीं रोक सके। आग बुझाने की कोशिश में 14 लोग झुलस गए, जिसमें से पांच की हालत गंभीर बनी हुई है। सभी उर्सला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। चार घंटे बाद आग पर काबू पाया जा सका। आग बुझाने के लिए लगभग 200 गाड़ी पानी डाला गया।
कलक्टरगंज गल्ला मंडी में लगी आग इतनी विकराल थी कि 70 से ज्यादा ई-रिक्शा, स्कूटी, बाइक और करें जल गईं। धुएं का गुबार इस कदर था कि 20 किलोमीटर दूर से देखा जा सकता था। अतिक्रमण ने फायर ब्रिगेड की गाड़ियों का रास्ता रोक दिया। सिलिंडर, बैटरियों, केमिकल से भरे ड्रामों के फटने के 100 से अधिक धमाके हुए। सिलिंडर का एक टुकड़ा उछलकर सड़क पर जाकर गिरा। जहां आग लगी थी वहां से कुछ दूरी पर सीपीसी गोदाम और ऑयल डिपो था।
कलक्टरगंज थाने के पास चौराहे के दाहिने तरफ सड़क पर गल्ला मंडी में एक हजार छोटी बड़ी टट्टर और टीनशेड की बनी दुकानें हैं। इनमे रुई, बरदाना, अनाज, किराना और ट्रांसपोर्ट कंपनी के माल गोदाम हैं। आग ने पूरे मैदान को अपनी चपेट में ले लिया। जलती दुकानों से कई मीटर ऊंची आग की लपटें उठने लगीं। एहतियातन 1500 से अधिक दुकानों और मकानों को खाली कराया गया।
कलक्टरगंज में लगी आग में व्यापारियों का लगभग 60 करोड़ का नुकसान हुआ है। रुई कारोबारी अरविंद चतुर्वेदी ने बताया कि उनका लगभग दो करोड़ का नुकसान हुआ है। उमाशंकर मिश्रा एंड कंपनी के मालिक व भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष ज्ञानेश मिश्रा का कहना है कि 60 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।