भोपाल. मध्य प्रदेश से इस वक्त बड़ी खबर आ रही है. सूत्र बताते हैं कि पूर्व सीएम कमलनाथ बीजेपी में नहीं जाएंगे. उनके सांसद बेटे नकुलनाथ और कुछ विधायक बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से बात करने के बाद कमलनाथ ने पार्टी में ही रहने का फैसला किया है. गौरतलब है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह पहले ही उनके बीजेपी में जाने की अटकलों को खारिज कर चुके हैं. मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा ने रविवार यानी 18 फरवरी को नई दिल्ली में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात की थी.
यह मुलाकात कमलनाथ के आवास पर करीब तीस मिनट चली थी. मुलाकात के बाद सज्जन सिंह वर्मा ने मीडिया से चर्चा में कहा था कि कमलनाथ से कुछ बिंदुओं पर चर्चा हुई है. पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की भी उनसे बात हुई है. मैं 40 साल से उनके साथ हूं. जहां कमलनाथ होंगे मैं वहीं रहूंगा. वर्मा ने कहा कि कमलनाथ आज भी कांग्रेस में हैं, कल भी कांग्रेस में हैं, लेकिन, परसों का पता नहीं. हमारी प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी से कोई नाराजगी नहीं है, वो अपना बच्चा है.
सज्जन सिंह वर्मा ने कहा था कि कमलनाथ का ध्यान 29 लोक सभा सीटों पर है. वे जातीय समीकरण बना रहे हैं. किन लोगों को टिकट देना इस पर ध्यान है. कमलनाथ ने बीजेपी में जाने की खबरों का स्पष्टतौर पर खंडन किया है. बकौल वर्मा, कमलनाथ ने सवाल किया है कि उन्होंने किससे बीजेपी में जाने की बात कही है. मीडिया ने मुद्दा उठाया और वही जवाब दे.
दूसरी ओर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भी कमलनाथ को लेकर चल रही अटकलों को खारिज कर दिया था. उन्होंने भी 18 फरवरी को कहा कि कमलनाथ कहीं नहीं जा रहे. कुछ लोगों ने मीडिया का इस्तेमाल किया. मेरी कमलनाथ से बात हुई. उन्होंने कहा कि मीडिया में आ रही खबरें किसी साजिश का हिस्सा हैं. उसके बाद ये अटकलें तेज हो गईं. उससे एक दिन पहले जीतू पटवारी ने कहा था कि जिस शख्स ने पार्टी खड़ी करने में सहयोग किया हो, जो इंदिरा गांधी का तीसरा बेटा हो, वह कांग्रेस कैसे छोड़ सकता है.