जुनिपर ग्रीन एनर्जी है आईआईपी

अक्षय ऊर्जा क्षेत्र की कंपनी जुनिपर ग्रीन एनर्जी ने पिछले कुछ महीनों में प्रमुख वित्तीय संस्थानों से चरणबद्ध ऋण वित्तपोषण में एक अरब अमेरिकी डॉलर जुटाए हैं। कंपनी बयान के अनुसार, पिछले कुछ महीनों में पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड (पीएफसी), डीबीएस बैंक, एचएसबीसी बैंक और भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी लिमिटेड (आईआरईडीए) सहित प्रमुख वित्तीय संस्थानों से कंपनी ने चरणबद्ध ऋण वित्तपोषण में एक अरब अमेरिकी डॉलर सफलतापूर्वक हासिल किए।

इसमें कहा गया, इन नए ऋण वित्तपोषण से जुनिपर ग्रीन एनर्जी बड़े पैमाने पर नवीकरणीय परियोजनाओं को क्रियान्वित करने, अपनी परिचालन क्षमता को मजबूत करने और स्वच्छ ऊर्जा की बढ़ती मांग को पूरा करने की स्थिति में आ गई है।

जुनिपर ग्रीन की कुल क्षमता 1.1 जीडब्ल्यूपी है। जुनिपर ग्रीन एनर्जी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) नरेश मनसुखानी ने बयान में कहा, ‘‘ वित्त पोषण को हासिल करना हमारे व्यापार मॉडल और हमारी दीर्घकालिक रणनीति की मजबूती को दर्शाता है।’’ जुनिपर ग्रीन एनर्जी एक स्वतंत्र अक्षय ऊर्जा उत्पादक व संचालक है जो सौर, पवन तथा हाइब्रिड बिजली परियोजनाओं में विशेषज्ञता रखती है।

जुनिपर ग्रीन एनर्जी एक स्वतंत्र ऊर्जा उत्पादक (Independent Power Producer – IPP) है, जो सतत ऊर्जा (सस्टेनेबल एनर्जी) के क्षेत्र में काम कर रहा है। यह कंपनी नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों जैसे सौर ऊर्जा (Solar Energy), पवन ऊर्जा (Wind Energy) और अन्य हरे-भरे ऊर्जा स्रोतों के उपयोग में विशेषज्ञता रखती है।

जुनिपर ग्रीन एनर्जी का उद्देश्य भारत और अन्य देशों में स्मार्ट और क्लीन ऊर्जा समाधान प्रदान करना है, ताकि कार्बन उत्सर्जन को कम किया जा सके और पर्यावरण की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। इस तरह की कंपनियाँ पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों (जैसे कोयला या गैस) के मुकाबले नवीकरणीय ऊर्जा का उत्पादन करती हैं, जो पर्यावरण के लिए अधिक उपयुक्त होती है।

जुनिपर ग्रीन एनर्जी जैसे कंपनियां भारत में नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं। भारत सरकार का लक्ष्य 2030 तक 500 गीगावाट (GW) नवीकरणीय ऊर्जा स्थापित करने का है, जिसमें सौर और पवन ऊर्जा का प्रमुख योगदान है। ऐसे में जुनीपर ग्रीन एनर्जी जैसे स्वतंत्र ऊर्जा उत्पादक इन लक्ष्यों को पूरा करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।

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