
रांची। झारखंड में 14,325 करोड़ रुपये का फर्जी इन्वायस तैयार कर 800 करोड़ रुपये के जीएसटी (GST) घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में ईडी (ED) ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई की। ईडी की टीम ने एक साथ रांची, धनबाद, सरायकेला, जमशेदपुर और नवी मुंबई और पश्चिम बंगाल समेत कुल आठ ठिकानों पर छापेमारी की।
बीते दिनों ईडी ने जीएसटी घोटाले के मास्टरमाइंड शिवकुमार देवड़ा को गिरफ्तारी के बाद रिमांड पर लिया था। देवड़ा ने पूछताछ के दौरान एजेंसी को कई महत्वपूर्ण जानकारी दी थी। कोलकाता का कारोबारी शिवकुमार देवड़ा जीएसटी घोटाले का मास्टरमाइंड है, जिसके साथ मिलकर अन्य सभी आरोपी फर्जी इन्वायस बनाकर टैक्स चोरी करते थे। जांच के दौरान ही स्पष्ट हुआ कि आरोपितों ने फर्जी इन्वायस बनाने के लिए 135 शेल कंपनियां बनाईं, जिसकी ईडी जांच कर रही है। इसी जांच के क्रम में शेल कंपनियों के 10 बैंक खातों में जमा 60 लाख रुपयों को जब्त किया गया था। आरोपितों ने मिलकर 14,325 करोड़ का फर्जी इन्वायस तैयार किया, जिससे करीब 800 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी की।
आपणो घर में छापेमारी के दौरान अमित अग्रवाल अपने घर पर ही थे। ईडी की टीम उनसे लगातार पूछताछ कर रही थी। उनसे फर्जी बिल के संबंध में पूछताछ की जा रही थी। अमित अग्रवाल के साथ-साथ ईडी के निशाने पर धनबाद के कई अन्य कारोबारी भी हैं।
गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (वस्तु एवं सेवा कर) के घालमेल मामले में प्रवर्तन निधेशालय (ईडी) की अलग-अलग टीमों ने गुरुवार को फर्नीचर कारोबारी अमित अग्रवाल उर्फ चीनू के गोविंदपुर आपणो घर स्थित फ्लैट और झरिया के प्रतिष्ठान में दबिश दी। ईडी टीम करोड़ों की जीएसटी हेराफेरी की जांच में जुटी है। टीम के साथ सीआरपीएफ के जवान भी पहुंचे थे। किसी को जांच स्थल पर जाने की अनुमति नहीं थी।
आपणो घर के साथ टीम ने झरिया टैक्सी स्टैंड मेन रोड स्थित अमित अग्रवाल के प्रतिष्ठान (जगदंबा फर्नीचर) में भी जांच की। वहां से भी दो लोगों को ईडी अपने साथ ले
अमित अग्रवाल के ठिकानों पर हुई छापेमारी को पिछले दिनों धनबाद में पकड़ी गई एक जीएसटी की गड़बड़ी से जोड़ कर देखा जा रहा है। 22 जुलाई को धनबाद में आठ शेल कंपनियों के जरिए 170 करोड़ रुपए से ज्यादा के फर्जी बिल बनाकर 30 करोड़ रुपए के इनपुट टैक्स क्रेडिट (आइटीसी) का गलत तरीके से दावा करने के मामले का खुलासा हुआ था। इस मामले में जीएसटी इंटेलिजेंस की टीम ने हीरापुर में रहनेवाले अवनीश जायसवाल और मटकुरिया के फैजल खान को गिरफ्तार कर जमशेदपुर के न्यायालय में पेश कर जेल भेजा था। उन दोनों से हुई पूछताछ के बाद ही इस मामले में ईडी की इंट्री हुई।