सीलबंद लिफाफे में सिविल जज को सौंपी गयी जामा मस्जिद की रिपोर्ट

संभल। संभल की शाही जामा मस्जिद से जुड़े मामले में कोर्ट कमिश्नर रमेश सिंह राघव ने एक विस्तृत सर्वेक्षण रिपोर्ट चंदौसी की अदालत में दाखिल की है। इस रिपोर्ट में सभी पहलुओं से की गई वीडियोग्राफी भी शामिल है। यह सर्वेक्षण 19 और 24 नवंबर को किया गया था।

कोर्ट कमिश्नर ने संवाददाताओं से बातचीत में बताया कि यह सर्वेक्षण अदालत के निर्देश पर किया गया था और रिपोर्ट सीलबंद लिफाफे में सिविल जज (सीनियर डिवीजन) को सौंप दी गई है। राघव ने बताया कि रिपोर्ट करीब 40-45 पृष्ठों की है और उन्होंने इसे पूरी गंभीरता से तैयार किया है, हालांकि अस्वस्थता के कारण रिपोर्ट दाखिल करने में थोड़ी देरी हुई।

इस रिपोर्ट में मस्जिद से संबंधित सभी कानूनी पहलुओं का संपूर्ण विवरण शामिल किया गया है, जो इस ऐतिहासिक स्थल के कानूनी विवादों के संदर्भ में महत्वपूर्ण है।मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में कहा गया है कि जामा मस्जिद के मुख्य गेट पर सीढ़ियों के बराबर कुएं को ढक दिया गया था।

इसके कुछ हिस्से में लगी लोहे की चादर हटाकर देखा गया तो अंदर पानी मिला। इसके अलावा बताया जा रहा है कि गुंबद वाला कक्ष 20 फीट वर्गाकार से अधिक है। बताया जा रहा है कि मुख्य गेट के पीछे व आला (ताख) बना है। उसे सीमेंट से बंद किया गया है। इस आले को देखकर ऐसा लगता है कि कुछ दबाया गया है।

इसके अलावा, मेहराबनुमा स्थान पर आले भी मिले हैं। इनमें कई खाली हैं और कई को बंद कर दिया गया है। इसके अलावा मुख्य कक्ष के दो दरवाजों को भी बंद कर दिया गया है। अनुमान लगाया जा रहा है कि पहले यह बिना दरवाजे के थे। इसके अलावा वजु स्थल के पास बने फव्वारे को भी सर्वे के दौरान खाली कराया गया।

इसके नीचे तन पत्ती वाले फूल भी मिले हैं। यह भी बताया जा रहा है कि गुंबद पर कुछ दिनों पहले ही रंग कराया गया प्रतीत हो रहा है उसमें कुछ आकृति नजर आ रही है। यह सर्वेक्षण और रिपोर्ट अदालत के आदेश के अनुसार किया गया था, और यह मस्जिद से संबंधित मौजूदा कानूनी प्रक्रिया में अहम भूमिका निभा सकता है।

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