इसरो ने ब्लैक होल्स की स्टडी के लिए मिशन किया लॉन्च

नए साल के पहले दिन ही इसरो ने इतिहास रच दिया है। आज इसरो का एक्सपेसेट मिशन लॉन्च कर दिया गया। एक्स-रे पोलारिमीटर सैटेलाइट को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया गया। यह ब्लैक होल के बारे में जानकारी जुटाएगा। एक्सपेसेट ब्लैक होल्स की स्टडी के लिए भेजा गया भारत का पहला मिशन है। यह सैटेलाइट वेधशाला की तरह काम करेगा।

इसे आज यानी एक जनवरी 2024 को सुबह 9 बजकर 10 मिनट पर लॉन्च किया गया। इसे लॉन्च करने के लिए उलटी गिनती 25 घंटे पहले रविवार 31 दिसंबर को शुरू हुई थी। उड़ान के 21 मिनट बाद यह 650क किलोमीटर की उंचाई पर परिक्रमा करने लगेगा। यह रॉकेट 44 मीटर लंबा और 260 टन वजन का था।

इसरो द्वारा लॉन्च किया गया यह सैटेलाइट ब्लैकहोल जैसे चमकदार एक्सरे स्रोतों का डायनामिक्स अध्ययन करेगा। यह अपनी तरह का दूसरा ऐसा मिशन है यानी वेधशाला की तरह काम करने वाला यह दुनिया का दूसरा सैटेलाइट होगा। इससे पहले अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने साल 2021 में आईएक्सपीई लॉन्च किया था। नासा ने इसे इटली की अंतरिक्ष एजेंसी के साथ मिलकर लॉन्च किया था।

इसरो द्वारा लॉन्च किए गए इस सैटेलाइट को धरती से 650 किलोमीटर ऊपर स्थापित किया जाएगा। यह सैटेलाइट यूनिवर्स के कई रहस्यों से पर्दा उठाएगा और ब्रम्हांड को ठीक तरीके से समझने में मदद करेगा। इसरो के इस मिशन का मकसद एस्ट्रोनॉमिकल सोर्सेस के पोलराइजेशन की स्टडी और एक्सरे उत्सर्जन प्रक्रिया को समझना है। यह मिशन करीब 5 साल का है। इसरो द्वारा भेजे गए रॉकेट के साथ कुल 10 पेलोड भेजे गए हैं।

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