
नई दिल्ली। गाजा पट्टी पर इजरायली हमलों में 12 से अधिक महिलाओं और बच्चों समेत 32 लोग मारे गए। स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। ये हमले ऐसे समय हुए जब इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू युद्ध के बारे में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बात करने के लिए अमेरिका गए हैं। इजरायल ने पिछले महीने हमास के साथ युद्ध विराम समाप्त कर दिया था। इसके बाद हवाई और जमीनी हमले फिर से शुरू कर दिए। उसने ताबड़तोड़ हमला करते हुए क्षेत्रों पर कब्जा कर लिया। इसका मकसद उग्रवादी संगठन पर नए युद्ध विराम समझौते को स्वीकार करना और शेष बंधकों की रिहाई के लिए दबाव बनाना है।
किए गए ताजा इजरायली हमलों में दक्षिणी शहर खान यूनिस में एक तम्बू और एक घर को निशाना बनाया गया। इसमें 5 पुरुष, 5 महिलाएं और 5 बच्चे मारे गए। नासेर अस्पताल ने यह जानकारी दी जहां ये शव लाए गए थे। मारे गए लोगों में एक महिला पत्रकार भी शामिल है। जान गंवाने वाली पत्रकार की मां अमल कास्कीन ने कहा, ‘मेरी बेटी निर्दोष है। उसका इसमें कोई हाथ नहीं था। वह पत्रकारिता से प्यार करती थी और उसे बहुत पसंद करती थी।’
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, उत्तरी गाजा के जबालिया शरणार्थी शिविर में इजरायली गोलीबारी में कम से कम 4 लोग मारे गए। उधर, मध्य गाजा के दीर अल-बला में अल-अक्सा शहीद अस्पताल में एक बच्चे और तीन महिलाओं समेत 5 लोगों के शव लाए गए। युद्ध-विरोधी प्रदर्शनों के नए दौर के तहत दर्जनों फिलिस्तीनी जबालिया की सड़कों पर उतर आए। सोशल मीडिया पर प्रसारित फुटेज में लोगों को हमास के खिलाफ मार्च करते और नारे लगाते हुए देखा जा सकता है। नेतन्याहू सोमवार को ट्रंप से दूसरी बार मिलेंगे। ट्रंप ने जनवरी में अपना नया कार्यकाल संभाला है। इजरायली प्रधानमंत्री ने कहा कि वह युद्ध और उनके देश पर लगाए गए नए 17 प्रतिशत टैरिफ पर चर्चा करेंगे।