लैंबॉर्गिनी कार केस में इन्फ्लुएंसर मृदुल तिवारी से होगी पूछताछ

नोएडा।सेक्टर-94 में फुटपाथ पर बैठे मजदूरों को लैंबॉर्गिनी कार से टक्कर मारने के मामले में नया मोड़ आया है। पुलिस की जांच में सामने आया है कि दीपक (हादसे के वक्त कार चलाने वाला) ने यह कार फरीदाबाद की एक कंपनी से करीब 2 सप्ताह पहले खरीदी थी। यह डील उसने कंपनी के साथ ही की थी। इस मामले में अब पुलिस सोशल मीडिया इंन्फ्लुएंसर मृदुल तिवारी से भी जानकारी लेगी। डीसीपी नोएडा रामबदन सिंह ने बताया कि कार ने दो लोगों को टक्कर मारी थी। उस पर नियमानुसार कार्रवाई की गई है। आरोपी दीपक को गिरफ्तार कर लिया गया है।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, मृदुल ने अपनी लैंबोर्गिनी कार को फरीदाबाद की कंपनी को चार महीने पहले बेचा था, लेकिन कार ट्रांसफर नहीं हुई थी। वहीं अजमेर का रहने वाला दीपक कुमार हाल ही में अपने कुछ दोस्तों के साथ सुपरनोवा में रह रहा था। उसने पुलिस को बताया कि उसकी डील कंपनी के साथ ही हुई थी। इस कार को वह कुछ दोस्त के साथ मिलकर ले रहे थे। दीपक अपने पिता के साथ लग्जरी कार की सेल-परचेज़ का काम करता है। वह करीब 2 सप्ताह से कार की टेस्ट ड्राइव ले रहा था। इस कार की डील कंपनी से 2 करोड़ रुपये में हुई थी। हालांकि कार ट्रांसफर क्यों नहीं हुई। इस संबंध में जानकारी मृदुल से ली जाएगी।

बता दें कि दीपक कुमार ने सेक्टर-94 में दो मजदूर रंभू और रविदास को टक्कर लैंबॉर्गिनी कार से टक्कर मार दी थी। इस मामले में रविदास के बेटे गंगा ने सेक्टर-126 थाने में शिकायत दी थी। जिसके बाद इसमें बीएनएस की धारा 281(रैश ड्राइविंग) और 125(B)(मानव जीवन को खतरे में डालना) तहत केस दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार किया था। इन धाराओं में आरोपी को 3 महीने की सजा के साथ 2500 रुपये का जुर्माना लगाया जा सकता है।

जानकारी के अनुसार, आरोपी ने गिरफ्तारी के बाद पुलिस को बताया कि ऑटोमीटिक कार में अचानक से एरर आने के बाद वह कंट्रोल से बाहर हो गई थी। इस मामले में पुलिस ने लोकल स्तर पर एक्सपर्ट से कार चेक कराया है। अब पुलिस इस मामले में कार कंपनी को मेल कर जानकारी देगी और दीपक के दावों को क्रॉसचेक करेगी। इसके अलावा पुलिस फरीदाबाद की कंपनी से भी कार के संबंध में जानकारी मांगेगी।

Related Articles

Back to top button