
हालांकि अमेरिकी बाजार बृहस्पतिवार को सकारात्मक रुख के साथ बंद हुए थे, लेकिन भारतीय घरेलू शेयर बाजार शुक्रवार को गिरावट के साथ खुले हैं। विदेशी पूंजी की लगातार निकासी और बाजार की कमजोरी के कारण यह स्थिति बनी है।
ब्रेंट क्रूड के दाम में भी मामूली वृद्धि देखी गई है, जो 0.20 प्रतिशत बढ़कर 74.60 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है। यह स्थिति संभावित रूप से वैश्विक तेल बाजार की गतिविधियों से प्रभावित हो सकती है।गिरावट का यह चौथा सत्र है, और निवेशकों को इस पर ध्यान देने की सलाह दी जा रही है
शेयर बाजार में हालिया गिरावट ने निवेशकों के बीच चिंता पैदा कर दी है। एसई सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 570.45 अंक गिरकर 80,436.16 अंक पर आ गया, जबकि एनएसई निफ्टी 178.3 अंक की कमी के साथ 24,571.55 अंक पर पहुंच गया।सेंसेक्स में शामिल 30 कंपनियों में से कई प्रमुख कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखी गई। टाइटन, इंफोसिस, मारुति, नेस्ले, आईटीसी, अदाणी पोर्ट्स, एचडीएफसी बैंक और हिंदुस्तान यूनिलीवर जैसे शेयर सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं।
एक्सिस बैंक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, टाटा मोटर्स और भारती एयरटेल के शेयरों में तेजी आई। एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी नुकसान में रहा, जबकि जापान का निक्की 225, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग फायदे में रहे।यह गिरावट विभिन्न कारणों से हो सकती है, जैसे वैश्विक बाजार की स्थिति, आर्थिक आंकड़े, या किसी विशेष कंपनी के प्रदर्शन पर बाजार की प्रतिक्रिया। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे स्थिति पर ध्यान दें और उचित निर्णय लें।
अमेरिकी बाजार बृहस्पतिवार को सकारात्मक रुख के साथ बंद हुए थे। अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.20 प्रतिशत की बढ़त के साथ 74.60 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) बृहस्पतिवार को बिकवाल रहे थे और उन्होंने शुद्ध रूप से 7,421.40 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।