पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ईद के मौके पर केंद्र सरकार पर हमला किया है। ईद की मौके पर एक कार्यक्रम में सम्मिलित होते हुए उन्होंने नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने पश्चिम बंगाल में केंद्रीय राज्य एजेंसियों जैसी ईडी और एनआईए समेत एजेंसी के कार्रवाई को लेकर केंद्र सरकार की व्यवहार पर निशाना साधा है।
कोलकाता के रेड रोड पर जुटे लोगों को संबोधित करते हुए ईद उल फितर के मौके पर ममता बनर्जी ने कहा कि कोई भी अगर दंगा करने आता है तो आप चुप रहिए खुद को ठंडा रखें। अगर कोई ब्लास्ट होता है तो वह एनआईए को भेज देते हैं कि सबको गिरफ्तार कर लो। गिरफ्तार करते-करते देश ही सुना हो जाएगा। हम सुंदर आसमान चाहते हैं जिसके लिए सभी का साथ में मौजूद होना जरूरी है।
गौरतलब है कि तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी के बीच नेशनल इंवेस्टिगेंशन एजेंसी को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है। एनआईए की टीम 2022 बम विस्फोट मामले में शनिवार को छापा मारने गई थी, जब टीम पर हमला हुआ था। इस घटना के बाद पीएम मोदी ने टीएमसी पर संविधान बर्बाद करने का आरोप लगाया था। ममता बनर्जी ने केंद्रीय एजेंसियां टीएमसी नेताओं को बीजेपी में शामिल होने की धमकी दे रही थी।
पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में रविवार को चुनावी रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीएमसी पर हमला बोला था। टीएमसी अपने भ्रष्ट नेताओं को पद पर बने रहने का लाइसेंस देना चाहती है। केंद्रीय जांच एजेंसिया पश्चिम बंगाल आती है तो टीएमसी उन पर हमला करती है।
इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि खुशियां ईद की है। यह ताकत देने की ईद है। इस ईद को एक महीने तक उपवास करके मनाना बहुत बड़ी बात है। हम देश के लिए खून बहाने को तैयार है लेकिन देश के लिए अत्याचार बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि समान नागरिक संहिता को हम स्वीकार नहीं करेंगे। सभी धर्मों में सद्भाव होना चाहिए। सभी की सुरक्षा होनी चाहिए।
उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह चुन चुन कर मुसलमान नेताओं को फोन कर रही है। नेताओं से पूछा जा रहा है यह कि उन्हें क्या चाहिए। ममता बनर्जी ने कहा कि वह यूनिफॉर्म सिविल कोड, एनआरसी और सीएए को लागू नहीं होने देंगे।