कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच हालिया बयानबाजी में तीव्र विवाद देखा गया। सोमवार को, खड़गे ने योगी आदित्यनाथ पर हमला करते हुए कहा कि एक सच्चा योगी कभी भी “बटेंगे तो कटेंगे” जैसी टिप्पणियाँ नहीं करेगा, और ऐसी भाषा का इस्तेमाल केवल आतंकवादी करते हैं। उनके इस बयान के जवाब में, योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को महाराष्ट्र के अचलपुर में एक रैली में खड़गे के आरोपों पर करारा जवाब दिया।
मल्लिकार्जुन खड़गे का बयान:
खड़गे ने सोमवार को कहा था कि योगी आदित्यनाथ जैसी टिप्पणियाँ, जो उन्होंने “बटेंगे तो कटेंगे” के संदर्भ में कीं, आतंकवादियों की भाषा के समान हैं। खड़गे का कहना था कि योगी का यह बयान भारत के लोकतांत्रिक ढांचे और सांप्रदायिक सौहार्द को नुकसान पहुँचाने वाला है। उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसे बयान सिर्फ नफरत और भय का माहौल बनाने के उद्देश्य से दिए जाते हैं और एक सच्चा योगी कभी भी ऐसी भाषा का प्रयोग नहीं करेगा।
योगी आदित्यनाथ का जवाब:
इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि वह एक योगी हैं और उनके लिए राष्ट्र की प्राथमिकता सबसे ऊपर है। उन्होंने यह भी कहा कि “मैं खड़गे जी की टिप्पणियाँ सुन रहा हूँ, लेकिन मैं एक योगी हूं और मेरा धर्म और राष्ट्र सबसे पहले है।” योगी आदित्यनाथ ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस की राजनीति हमेशा “तुष्टिकरण” और “धर्मनिरपेक्षता” के नाम पर वोट बैंक के लिए की जाती है, जबकि वह राष्ट्रहित को प्राथमिकता देते हैं।
आदित्यनाथ ने कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि उनके लिए देश का कल्याण सर्वोपरि है, जबकि कांग्रेस ने धार्मिक तुष्टिकरण की राजनीति को बढ़ावा दिया है। उनका कहना था कि “जब राष्ट्र की बात आती है, तो मैं हमेशा आगे होता हूं।”
इस विवाद ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। योगी आदित्यनाथ ने अपने जवाब में साफ तौर पर कहा कि उनका उद्देश्य केवल राष्ट्रहित को बढ़ावा देना है और वह किसी भी प्रकार के धार्मिक तुष्टिकरण से दूर रहते हैं। वहीं, कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे का कहना है कि ऐसी टिप्पणियाँ राष्ट्र की एकता और सांप्रदायिक सद्भाव को नुकसान पहुंचाती हैं। इस बयानबाजी से यह स्पष्ट हो गया कि आगामी चुनावों में राजनीतिक दल अपनी रणनीतियाँ और बयानबाजी में अधिक तीव्रता लाने वाले हैं।