घर में बने मसाले न केवल ज्यादा ताजे और खुशबूदार होते हैं, बल्कि ये अपनी शुद्धता और गुणवत्ता में भी उच्च होते हैं। जब मसाले घर पर बनाए जाते हैं, तो आप उन्हें अपनी पसंद और स्वाद के हिसाब से तैयार कर सकते हैं। इसके अलावा, घर में मसाले बनाने से यह भी सुनिश्चित होता है कि उनमें किसी तरह के कृत्रिम तत्व या संरक्षक नहीं होते, जो अक्सर बाज़ार में बिकने वाले मसालों में मिलाए जाते हैं। खाने का असली स्वाद उसके मसालों में छिपा होता है।
अमूमन हम बाजार के रेडीमेड मसाले लाकर उनका इस्तेमाल करना पसंद करते हैं, लेकिन कभी-कभी उनमें मिलावट होती है और हमें इसका पता ही नहीं चलता है। ऐसे में खाना काफी फीका व बेस्वाद सा लगता है। साथ ही साथ, मिलावटी मसालों के कारण सेहत को भी काफी नुकसान होता है। ऐसे में सबसे अच्छा तरीका होता है कि आप खुद घर पर ही अलग-अलग तरह के मसाले बनाकर उन्हें स्टोर करें। घर पर मसाले तैयार करते समय थोड़ी अतिरिक्त मेहनत अवश्य लगती है, लेकिन खाने का स्वाद बेहद ही लाजवाब आता है।
घर पर मसाले बनाने के कुछ फायदे: घर में बनाए गए मसाले ताजे होते हैं, जिससे खाना ज्यादा स्वादिष्ट और खुशबूदार लगता है। जब मसाले घर में बनाए जाते हैं, तो आप इन्हें सही अनुपात में मिला सकते हैं, जो आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। कई मसाले जैसे हल्दी, जीरा, धनिया, अदरक, और लहसुन में एंटी-ऑक्सीडेंट्स होते हैं जो शरीर के लिए अच्छे होते हैं। आप मसालों की मात्रा और स्वाद को अपने स्वाद के अनुसार बदल सकते हैं। बाज़ार में बिकने वाले पैकेज्ड मसालों में कभी-कभी संरक्षक या कृत्रिम रंग मिलाए जाते हैं, जो घर के मसालों में नहीं होते।
जब घर पर मसाले पीसकर तैयार करते हैं तो साबुत मसालों की क्वालिटी के साथ किसी तरह का समझौता नहीं करना चाहिए। कोशिश करें कि मसाले फ्रेश हों और उनमें से किसी तरह की गंध ना आ रही हो और ना ही उनका रंग फीका पड़ा हो। अगर साबुत मसाले की क्वालिटी अच्छी होती है, तभी पीसे हुए मसालों का स्वाद उतना लाजवाब लगता है।
अमूमन हम सभी घर पर कई तरह के मसालों को तैयार करते हैं, फिर चाहे वह गरम मसाला हो, सांभर मसाला हो या चाट मसाला। एक परफेक्ट टेस्ट के लिए यह बेहद जरूरी है कि मसालों के अनुपात का खास ख्याल रखें। दरअसल, हर मसाले के मिश्रण का अपना खास अनुपात होता है, इसलिए आप उसी अनुपात को ध्यान में रखकर मसला तैयार करें।
जब घर पर मसाला बनते हैं तो यह बेहद जरूरी है कि पहले साबुत मसाले को ड्राई रोस्ट जरूर करें। मसालों को ड्राई रोस्ट करने से उनका स्वाद और खुशबू दोनों बढ़ जाती है। इसके लिए, भारी तले वाले पैन का इस्तेमाल करें और धीमी आंच पर इसे भूनें। हर मसाले को अलग-अलग भूनें, क्योंकि सभी को भूनने का समय अलग-अलग होता है। साथ ही साथ, इसे जलने से बचने के लिए भूनते समय हिलाते रहें।