
चडीगढ़। यौन उत्पीड़न केस के आरोपी विकास बराला को हरियाणा का AAG यानी असिस्टेंट एडवोकेट जनरल बनाया गया है। विकास भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद सुभाष बराला के बेटे हैं। उनपर साल 2017 में एक IAS अधिकारी की बेटी का पीछा करने और अपहरण करने की कोशिश के आरोप हैं, जिनके चलते वह जेल भी जा चुके हैं और जमानत पर बाहर हैं। फिलहाल, यह मामला चंडीगढ़ की अदालत में लंबित है।
18 जुलाई को जारी नोटिफिकेशन के अनुसार, विकास का नाम 97 नई नियुक्तियों में शामिल है। केस के समय वह कानून का छात्र था और दिसंबर 2017 में हाईकोर्ट ने उसे कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी में होने वाली परीक्षा में शामिल होने की अनुमति दे दी थी।
5 अगस्त 2017 को विकास और उसके दोस्त आशीष कुमार के खिलाफ IPC की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया था। साथ ही उसपर नशे की हालत में वाहन चलाने के भी आरोप थे। तब हरियाणा कैडर के IAS अधिकारी वीएस कुंडू की बेटी वर्णिका कुंडू ने केस दर्ज कराया था। उन्होंने आरोप गाए थे कि विकास और आशीष ने चंडीगढ़ में देर रात उनका पीछा किया और जबरन उनकी गाड़ी में घुस आए।
वर्णिका की शिकायत के आधार पर FIR दर्ज की गई और विकास और आशीष को 9 अगस्त 2017 में गिरफ्तार किया गया। जनवरी 2018 में जमानत मिलने तक विकास चंडीगढ़ की मॉडल जेल में रहा। खास बात है कि इस केस की सुनवाई अब भी जारी है और अगली तारीख 2 अगस्त 2025 तय की गई है। कथित वारदात के समय विकास के पिता सुभाष बराला हरियाणा भाजपा के अध्यक्ष थे।
बातचीत में वीएस कुंडू बताते हैं, ‘इसपर मेरा या मेरी बेटी का टिप्पणी करना नहीं बनता। यह सरकार को देखना है कि किस तरह के लोगों की नियुक्ति की जा रही है और किसकी नहीं। केस अब भी चल रहा है, जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है। हमने न्यायपालिका में पूरे भरोसे के साथ शुरुआत की थी, लेकिन 7 साल हो गए हैं और बचाव पक्ष की गवाही शुरू नहीं हुई है।’
एक ओर जहां कुंडू दिसंबर 2022 में रिटायर हो गए हैं और उन्हें राज्य के राजस्व आयोग का अध्यक्ष बनाया गया है। वहीं, सुभाष बराला 2014 से 2020 तक हरियाणा भाजपा के प्रमुख रहे। साल 2019 में उन्हें तोहाना सीट से हार का सामना करना पड़ा था। बाद में उन्हें हरियाणा ब्यूरो ऑफ प