
ज्योतिष में ग्रहों के गोचर पद्धति के अनुसार जन्म राशि से छठे भाव में भ्रमण करता हुआ शनि अपनी ढाई वर्ष की अवधि काल में व्यक्ति को कार्यों में सफलता, संघर्ष से मुक्ति एवं शत्रु मर्दन कर विशेष सुख प्रदान करता है। शनि के शुभ प्रभाव से येन-केन-प्रकारेण आप अपने लक्ष्यों को बखूबी प्राप्त करेंगे, क्योंकि शनि का मीन राशि में प्रवेश तुला राशि वालों के लिए विशेष फायदेमंद रहेगा।
29 मार्च 2025 से आपके शत्रु पराजित होंगे, धन लाभ का योग बनेगा। भूमि-भवन की प्राप्ति और दांपत्य जीवन में अनुकूलता रहेगी। मित्रों से सहानुभूति और सहायता मिलेगी, पदोन्नति के योग बनेंगे। व्यवसाय में लाभ और ऋणों से मुक्ति मिलेगी। व्यापार करने वालों को बड़े व्यापारियों से एवं नौकरी करने वालों को उच्चाधिकारियों से विशेष योगदान प्राप्त होगा। साथ ही अनावश्यक खर्च भी रुकेगा, उन्नति की संभावनाएं प्रबल हैं।
तुला राशि वालों के लिए जैसे-जैसे समय चक्र आगे बड़ेगा, शुभ फल का प्रतिशत बढ़ता जाएगा, इस समयावधि में आपको आर्थिक लाभ सर्वाधिक रूप से प्राप्त होगा, निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं, जो इसी कालखण्ड में करें, अवश्य लाभ मिलेगा। इस समयावधि में लिया गया सही निर्णय सफलता अवश्य दिलाएगा। मकान संबंधित समस्या का निवारण होगा, यह कालखण्ड ऐसा समय है जो जीवन में बार-बार नहीं आता, अतः इस समयावधि का भरपूर प्रयोग करें। जोखिमपूर्ण निवेश करें, अहम निर्णय लें, सफलता अवश्य मिलेगी। अगर जन्मपत्री में शुभ ग्रहों की महादशा, अंतर्दशा चल रही है तो शेयर बाजार से निश्चित लाभ प्राप्त होगा। शनि का उपाय करने से शुभता में कई गुना वृद्धि होगी इसलिए भले ही आपका समय अनुकूल है, तब भी शनि उपाय अवश्य करें।
शनिवार को हनुमान जी की पूजा कर हनुमान चालीसा का पाठ करें। जन्मपत्रिका में शनि अनुकूल अवस्था में होने पर नीलम या उपरत्न नीली शुभ मुहूर्त में प्राण-प्रतिष्ठा करवाकर धारण करें। छः मुखी रुद्राक्ष धारण करें। शनि से जुड़े किसी भी प्रकार का दान या उपहार न लें।