लोन लेने के मामले में सोने ने तोड़े सारे रेकॉर्ड

नई दिल्ली । बढ़ती कीमतों के साथ ही लोन (loan) लेने के मामले में भी सोने (Gold) ने सारे रेकॉर्ड तोड़ दिए हैं। वित्त वर्ष 2025 में ये सबसे ज्यादा तेजी से बढ़ने वाला कंज्यूमर क्रेडिट सेगमेंट बन गया है। इसने घर, गाड़ी के लोन, क्रेडिट कार्ड, पर्सनल लोन तक को पीछे छोड़ दिया। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, इस साल बैंकों का सोने की जूलरी के बदले दिया गया लोन 2.09 लाख करोड़ रुपये हो गया। यह एक साल पहले 1.03 लाख करोड़ रुपये करीब दोगुना है।

बैंकर्स और लोन फाइनेंस से जुड़े लोगों का कहना है कि कीमतों में बढ़ोतरी और पर्सनल लोन जैसे अनसिक्योर्ड लोन पर कार्रवाई के चलते सोने के लोन की डिमांड में तेजी आई है। मई 2024 में सेंट्रल बैंक के निर्देश के बाद कुछ बैंकों ने एग्रीकल्चर लोन को सोने के लोन में बदल दिया।

रिजर्व बैंक के आंकड़ों से पता चलता है कि मार्च 2020 में कुल रिटेल क्रेडिट में बैंकों के सोने के लोन का हिस्सा 1.2% से बढ़कर मार्च 2025 में 3.5% हो गया। नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों (NBFCs) में भी इसी तरह की वृद्धि देखी गई है। मार्च 2020 और मार्च 2025 के बीच सोने की कीमतों में सालाना 17% की बढ़ोतरी हुई

रिजर्व बैंक के आंकड़ों से पता चलता है कि मार्च 2020 में कुल रिटेल क्रेडिट में बैंकों के सोने के लोन का हिस्सा 1.2% से बढ़कर मार्च 2025 में 3.5% हो गया। नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों (NBFCs) में भी इसी तरह की वृद्धि देखी गई है। मार्च 2020 और मार्च 2025 के बीच सोने की कीमतों में सालाना 17% की बढ़ोतरी हुई।

इन पांच सालों में सोने की कीमतों में कुल 122% का इजाफा हुआ है। RBI के आंकड़ों के मुताबिक, मार्च 2020 में सोने के लोन का पोर्टफोलियो 33,257 करोड़ रुपये से बढ़कर मार्च 2025 में 208,735 करोड़ रुपये हो गया। इसी दौरान, सोने की कीमत 10 ग्राम के 38,600 रुपये से बढ़कर लगभग 85,800 रुपये हो गई

इन पांच सालों में सोने की कीमतों में कुल 122% का इजाफा हुआ है। RBI के आंकड़ों के मुताबिक, मार्च 2020 में सोने के लोन का पोर्टफोलियो 33,257 करोड़ रुपये से बढ़कर मार्च 2025 में 208,735 करोड़ रुपये हो गया। इसी दौरान, सोने की कीमत 10 ग्राम के 38,600 रुपये से बढ़कर लगभग 85,800 रुपये हो गई

रिजर्व बैंक के आंकड़ों से पता चलता है कि मार्च 2020 में कुल रिटेल क्रेडिट में बैंकों के सोने के लोन का हिस्सा 1.2% से बढ़कर मार्च 2025 में 3.5% हो गया। नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों (NBFCs) में भी इसी तरह की वृद्धि देखी गई है। मार्च 2020 और मार्च 2025 के बीच सोने की कीमतों में सालाना 17% की बढ़ोतरी हुई।

इन पांच सालों में सोने की कीमतों में कुल 122% का इजाफा हुआ है। RBI के आंकड़ों के मुताबिक, मार्च 2020 में सोने के लोन का पोर्टफोलियो 33,257 करोड़ रुपये से बढ़कर मार्च 2025 में 208,735 करोड़ रुपये हो गया। इसी दौरान, सोने की कीमत 10 ग्राम के 38,600 रुपये से बढ़कर लगभग 85,800 रुपये हो गई

कोविड महामारी के दौरान FY21 में सोने की कीमतों में केवल 3% की बढ़ोतरी हुई। लेकिन सोने के लोन में 128% की बढ़ोतरी हुई। इसकी वजह ये रही कि कोविड के दौरान लोगों की नौकरियां गई थीं। वहीं, सोने की कीमतों में तेज बढ़ोतरी की वजह से Q4FY25 में सोने की जूलरी की मांग में 25% की सालाना गिरावट आई। लेकिन सोने के लोन की मांग बढ़ती ही रही। इसकी वजह ये रही कि लोगों को पैसे की जरूरत थी और उन्होंने अपना सोना गिरवी रख दिया।

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