
गाजीपुर। यूपी में गाजीपुर पुलिस की तत्परता और सोशल मीडिया की सजग निगरानी ने एक युवती की जान बचा ली। सादात थाना क्षेत्र के कुन्दर्शीपुर गांव में 11 अगस्त को एक युवती की ओर से इंस्टाग्राम पर भारी मात्रा में दवा की गोलियां खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की सूचना मिली। इस जानकारी पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और युवती को समय रहते अस्पताल पहुंचाकर उसकी जान बचाई।
मामला तब सामने आया जब डीजीपी ऑफिस की सोशल मीडिया सेल ने इंस्टाग्राम पर युवती की पोस्ट देखी। जिसमें उसने आत्महत्या का प्रयास करने की बात कही थी। इसकी सूचना गाजीपुर मीडिया सेल को दी गई। जिसने तुरंत सादात थाना पुलिस को अवगत कराया। सादात पुलिस ने बिना समय गंवाए 12 किलोमीटर की दूरी मात्र 18 मिनट में तय की और युवती के घर पहुंची। वहां युवती चारपाई पर बेहोश पड़ी थी। महिला सिपाही की मदद से उसे तुरंत सादात सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में भर्ती कराया गया। इलाज के बाद युवती की हालत स्थिर है।
पूछताछ में युवती ने बताया कि वह अपने प्रेमी और जीवन से परेशान होकर दवाइयां खा ली थीं। पुलिस की समयबद्ध कार्रवाई के कारण उसकी जान बच गई। सादात थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है। युवती के परिजनों ने पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना की और धन्यवाद दिया। इस घटना ने सोशल मीडिया पर जनजागरूकता और पुलिस की सक्रियता का उदाहरण पेश किया है। इससे पहले भी मेटा से डीजीपी ऑफिस को मिले अलर्ट के आधार पर एक युवती का जीवन पिछले दिनों गाजीपुर में बचाया जा चुका है।
गाज़ीपुर जिले के थाना सादात क्षेत्र की 21 वर्षीय युवती ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें वह पानी में दवाइयां घोलकर पीते हुए दिखाई दे रही थी। वीडियो में उसने लिखा कि जहर खाने के लिए मजबूर कर दिया। रात 11:34 बजे यह पोस्ट मेटा कंपनी के मॉनिटरिंग सिस्टम में आते ही लखनऊ पुलिस मुख्यालय स्थित सोशल मीडिया सेंटर को ईमेल अलर्ट भेजा था।