प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैबिनेट की बैठक में अपने मंत्रियों को सख्त संदेश दिया है। सूत्रों के मुताबिक के प्रधानमंत्री ने राम मंदिर को लेकर पार्टी नेताओं और मंत्रियों से संयमित रहने को कहा है। साथ ही साथ उन्हें फालतू बयानबाजी ना देने की बात कही है। उन्होंने मंत्रियों से कहा कि 22 जनवरी को आपको सचेत रहना है। आपको आस्था दिखाना है ना कि गुस्सा। उन्होंने कहा कि सरकार की मर्यादा को आप लोग बनाए रखें। पीएम नेताओं को बयान बाजी से बचने की नसीहत है। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो, इस बात का ध्यान रखें। 22 जनवरी के बाद लोगों को राम मंदिर का दर्शन कराए। अपने इलाके के लोगों को राम मंदिर लेकर आए।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अयोध्या में श्री राम मंदिर के भव्य प्रतिष्ठा समारोह का देश भर में बूथ स्तर पर सीधा प्रसारण करने की तैयारी में है। यह समारोह 22 जनवरी, 2024 को होने वाला है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी कार्यकर्ताओं को बूथ स्तर पर श्रीराम अभिषेक के लाइव प्रसारण के लिए बड़ी स्क्रीन लगाने का निर्देश दिया गया है। इस पहल का उद्देश्य आम लोगों को श्री राम लला के अभिषेक को देखने का एक साधन प्रदान करना है। सूत्र ने कहा, “इस तरह, आम जनता श्री राम लला के दर्शन कर सकती है और अभिषेक समारोह देख सकती है।”
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने शनिवार को ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के प्रमुख बदरुद्दीन अजमल की उस टिप्पणी पर निशाना साधा, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर मुसलमानों से 20 से 26 जनवरी के बीच घर पर रहने को कहा था। गिरिराज सिंह ने कहा कि बीजेपी मुसलमानों से नफरत नहीं करती। हम ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के मंत्र के साथ काम करते हैं। अयोध्या भूमि विवाद मामले के पूर्व वादी इकबाल अंसारी को राम मंदिर के ‘अभिषेक’ समारोह के लिए आमंत्रित किया गया है और वह प्रार्थना में भी भाग लेंगे।
भाजपा नेता ने साफ तौर पर कहा कि बदरुद्दीन अजमल, औवेसी जैसे लोग समाज में नफरत फैलाते हैं। बीजेपी सभी धर्मों का सम्मान करती है। एक रिपोर्ट के अनुसार, कहा जाता है कि अजमल ने मुसलमानों से 20 से 26 जनवरी के बीच घर पर रहने और उस अवधि में अयोध्या में होने वाले राम मंदिर अभिषेक समारोह के दौरान ट्रेनों में यात्रा करने से बचने के लिए कहा है। AIUDF प्रमुख के हवाले से कहा, ‘बीजेपी हमारे धर्म की दुश्मन है।’